आदिम जाति कल्याण विभाग का बाबू रिश्वत लेते धराया
अनुकंपा नियुक्ति के लिए मांगे थे पन्द्रह हजार
रतलाम,24 अगस्त। लोकायुक्त पुलिस के एक दल ने आज आदिम जाति विभाग के एक उच्च श्रेणी लिपिक को पांच हजार रु.की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। भ्रष्ट लिपिक ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए पन्द्रह हजार की रिश्वत मांगी थी।
लोकायुक्त सूत्रों ने बताया कि जावरा निवासी गजेन्द्र कुमार धनोतिया के पिता की मृत्यु वर्ष 2010 में हुई थी। अपने पिता की मृत्यु के बाद उनके स्थान पर अनुकम्पा नियुक्ति के लिए गजेन्द्र ने आवेदन दिया था। गजेन्द्र ने अपनी नियुक्ति के लिए जब आदिम जाति विभाग की सहायक संचालक मधु गुप्ता से चर्चा की तो उन्होने सहायक ग्रेड 2 रामलाल मालवीय से चर्चा करने को कहा। रामलाल मालवीय ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए गजेन्द्र से पन्द्रह हजार रु.की मांग की थी। पांच हजार रु. गजेन्द्र पूर्व में दे चुका था और शेष पांच हजार रु.आज देने का तय हुआ था।
तय चर्चा के अनुसार गजेन्द्र पांच हजार रु.लेकर रतलाम आया था। भ्रष्ट कर्मचारी ने लेनदेन करने के लिए गजेन्द्र को न्यायालय परिसर में स्थित केन्टीन पर बुलवाया था। योजना के मुताबिक लोकायुक्त की टीम वहीं मौजूद थी। जैसे ही गजेन्द्र ने रामलाल मालवीय को पांच हजार रु. दिए,लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।