November 22, 2024

स्कूल चलें अभियान का स्वरूप व्यापक होगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सहयोग के लिए जन-प्रतिनिधियों को लिखा पत्र
भोपाल ४ जून (इ खबर टुडे ) मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने सभी जन-प्रतिनिधियों को स्कूल चलें अभियान में सक्रिय भागीदारी कर इसे सफल बनाने में सहयोग के लिए पत्र लिखा है। पत्र में मुख्यमंत्री ने बताया है कि इस वर्ष प्रदेश में स्कूल चलें अभियान को व्यापक स्वरूप दिया जा रहा है। इस बार यह स्कूल न जाने वाले बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलवाने तक सीमित नहीं रहेगा। इसमें बच्चों को स्कूल में निरंतर पढ़ाई करते हुए कम से कम माध्यमिक शिक्षा पूर्ण करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा है कि विगत वर्षों से स्कूल चलें अभियान संचालित किया जा रहा है, ताकि समाज में शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़े और 6-14 वर्ष के सभी बच्चे शाला में प्रवेश लें। राज्य सरकार के प्रयासों से शाला-त्यागी बच्चों की संख्या में निरंतर कमी आई है। इसके बावजूद, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे, अनाथ एवं बेघर बच्चे, अत्यधिक गरीब एवं बाल-श्रम वाले बच्चे तथा गंदी-बस्तियों में रहने वाले एवं आदिवासी वर्ग के अनेक ऐसे बच्चे हैं, जो अपनी विशेष कठिनाइयों के कारण अब भी शाला से बाहर हैं। उनकी विशिष्ट जरूरतों को समझते हुए उन्हें शाला में नियमित करने के लिए विशेष एवं समर्पित प्रयासों की आवश्यकता है, जिसके लिए शासकीय अमले के अलावा जन-प्रतिनिधियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को जोड़कर स्कूल चलें हम अभियान के तहत व्यापक जन-जागृति लाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि अभियान का स्वरूप अब स्कूल चलें हम, स्कूल में रहें हम तथा कम से कम माध्यमिक शिक्षा पूर्ण करें हम होगा। इस प्रकार यह शैक्षिक सत्र के प्रारंभ में स्कूल में प्रवेश दिलाने तक सीमित न रहकर बच्चों की शाला में निरंतर उपस्थिति एवं उसकी शैक्षणिक उपलब्धि में निरंतर सुधार का भी वर्ष भर चलने वाला अभियान होगा। श्री चौहान ने कहा कि इस वर्ष कक्षा 1, कक्षा 6 एवं कक्षा 9 में प्रवेश योग्य बच्चों की सूची तैयार कर शाला में प्रवेश दिलवाया जायेगा। प्रत्येक शाला में वर्ष 2011-12 में कक्षा 1 से 4 एवं कक्षा 6 से 7 तक जितने बच्चे दर्ज हैं, वे सभी 2 से 5 एवं 7 व 8 में दर्ज किये जाएँगे। इस वर्ष नामांकन से शेष रहे बच्चों की पहचान एवं नामांकन के लिए प्रभारी शिक्षकों द्वारा पालकों से सम्पर्क कर नामजद रूप से बच्चों को शाला में दर्ज करवाने का दायित्व सौंपा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष कक्षा 1, कक्षा 6 एवं कक्षा 9 में प्रवेश योग्य बच्चों की सूची तैयार कर एजूकेशन पोर्टल में प्रविष्टि की जा रही है। इस वर्ष पहली बार कक्षा 1, कक्षा 6 एवं कक्षा 9 में प्रवेश योग्य बच्चों की सूची एवं नामांकन में शेष रहे बच्चों का नाम ऑन-लाइन एजूकेशन पोर्टल पर प्रविष्टि कर चाइल्ड ट्रेकिंग की कार्यवाही की जा रही है।
श्री चौहान ने कहा कि अच्छी स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से शाला से बाहर, अनाथ एवं बेघर बच्चों के लिये विशेष प्रशिक्षण केन्द्र एवं आवासीय छात्रावास संचालित किये जाएँ।
मुख्यमंत्री ने जन-प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे अपने जिले में इस अभियान को व्यापक जन-आंदोलन बनाने के लिये नेतृत्व दें एवं उपयुक्त कार्य-योजना बनाकर उसे व्यवस्थित तरीके से लागू करें, ताकि सभी बच्चे शाला में दर्ज हों, नियमित उपस्थित रहें तथा कम से कम माध्यमिक स्तर की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करें।

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