सिंहस्थ-2016 निर्माण कार्यों की प्रगति-मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव संतुष्ट
प्रभारी मंत्री ने जनप्रतिनिधियों की बैठक में सुझाव पर कहा कि उनकी चिंता को गंभीरता से लिया जायेगा
उज्जैन,20 नवम्बर (इ खबरटुडे)। सिंहस्थ-2016 के निर्माण कार्यों को लेकर बुधवार को प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की अध्यक्षता में सिंहस्थ मेला कार्यालय में जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई। इस बैठक में प्रभारी मंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा दिये गये सुझावों और चिंता को गंभीरता से लिया जायेगा। सिंहस्थ के निर्माण कार्यों की प्रगति से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं मुख्य सचिव संतुष्ट हैं। बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री, राय योजना आयोग के उपाध्यक्ष बाबूलाल जैन, सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय व सभी विधायकगण भी मौजूद थे।
प्रभारी मंत्री ने बताया कि अधिकारी योजनाओं का कार्य मुख्यमंत्री के निर्देश पर कर रहे हैं और पहली बार सिंहस्थ में स्थायी प्रकृति के कार्य हो रहे हैं। सभी मौजूद जनप्रतिनिधि एक अच्छे जनप्रतिनिधि की भूमिका निभाते हुए अधिकारियों का मनोबल बढ़ायें। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ में बायोफ्यूल का उपयोग करने, पुनउपयोग किये जाने वाले एवं प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित करने के नये विचार को भी आगे बढ़ाते हुए ग्रीन सिंहस्थ की बात पर जोर दिया जायेगा।
अप्रैल-2015 से भूमि का अस्थाई अधिग्रहण
बैठक में सर्वप्रथम मेला अधिकारी अविनाश लवानिया ने सिंहस्थ की कार्य योजना प्रस्तुत करते हुए बताया कि सिंहस्थ का क्षेत्र लगभग चार हजार हेक्टेयर होगा। इसमें पाँच करोड़ यात्रियों के आने का अनुमान है। शाही स्नान के दिन एक करोड़ यात्री यहां पहुंचेंगे। प्रथम स्नान की तिथि 22 अप्रैल 2016 एवं शाही स्नान की तिथि 21 मई 2016 निर्धारित है। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2015 से ही भूमि का अस्थायी अधिग्रहण किया जायेगा। आईटी आधारित मेला प्रबंधन का कार्य किया जायेगा। नये प्रस्तावित कार्यों में बारे में उन्होंने बताया कि 42 मार्गों का नवीनीकरण तथा 29 चौराहों का विस्तारीकरण एवं मेला क्षेत्र में सौ किलो मीटर की अस्थायी सड़कों का निर्माण होगा। सिंहस्थ में नागरिक सुविधाओं के लिये विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मेला क्षेत्र में 39 हजार शौचालय एवं 10 हजार अस्थायी मूत्रालय निर्मित होंगे। सिंहस्थ के दौरान ही आयोजित होने वाली पंचक्रोशी यात्रा मार्ग पर भी इस बार अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। इनमें 28 हजार अस्थायी शौचालय, साढ़े सात हजार स्नानागार शामिल हैं। बीस एकड़ जमीन पर्यटन विभाग को दी जायेगी। इस पर स्विस कॉटेज निर्मित किये जायेंगे।
इन्होंने दिये उपयोगी सुझाव
बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा अनेक उपयोगी सुझाव दिये गये। प्रभारी मंत्री द्वारा उक्त सुझावों पर कार्यवाही करने हेतु आश्वस्त किया गया। सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय ने शहर के मार्गों का चौड़ीकरण करने, सिवरेज सिस्टम की व्यवस्था के स्थायी प्रकृति के कार्य करने, उजैन से कालूहेड़ा महिदपुर मार्ग का निर्माण करने एवं सिंहस्थ में साधु-सन्तों को नि:शुल्क बिजली प्रदाय करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय के भी कुछ कार्य स्वीकृत करने की मांग रखी। महापौर रामेश्वर अखंड ने शहर में आन्तरिक मार्गों को चौड़ा करने, मास्टर प्लान के अनुरूप निर्माण कार्य करने के साथ ही रूद्र सागर का विकास एवं साहेबखेड़ी फिल्टर प्लांट के निर्माण पर विचार करने पर बल दिया। उन्होंने सड़कों से धार्मिक अतिक्रमण हटाने की मांग की। विधायक बहादुरसिंह चौहान ने महिदपुर में चार करोड़ की लागत से बस स्टेण्ड निर्माण को मंजूरी देने, रामदेव मन्दिर का जीर्णोध्दार करने तथा डोंगला के लिये सड़क निर्माण करने की मांग रखी। विधायक मुकेश पण्डया ने तहसील स्तर के ऐसे कार्यों को शामिल करने का आग्रह किया, जो सिंहस्थ से जुड़े हुए हैं। इनमें सड़कों का निर्माण प्रमुख है। विधायक सतीश मालवीय ने मंगलनाथ के पास बन रहे नवीन पुल को सीधे सिध्दवट से जोड़ने का आग्रह किया। इसी तरह मंगलनाथ से कार्मल कांवेंट स्कूल के मार्ग को 3.75 मीटर से बड़ा कर 5.50 मीटर करने की मांग की। रूप पमनानी ने कहा कि सिंहस्थ के कार्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष अशोक प्रजापति ने कहा कि गंभीर डेम के पानी को बढ़ाने के लिये एक और कच्चा डेम बनाया जाना चाहिये। जिला पंचायत के उपाध्यक्ष रामसिंह जादौन ने रामवासा से करोहन तक मार्ग बनाये जाने एवं निनौरा में सर्विस रोड निर्माण की मांग रखी।
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष विष्णुकुंवर आंजना, पूर्व महापौर राधेश्याम उपाध्याय, इकबाल सिंह गांधी, नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त संजय शुक्ल, उजैन संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर, इन्दौर संभागायुक्त संजय दुबे, आईजी वी.मधुकुमार, आईजी मुख्यालय पवन जैन, एसपी मनोहरसिंह वर्मा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
विद्युत उपकेन्द्र का भूमि पूजन आज
उजैन जनपद के ग्राम कांकरिया चिराखान एवं नवाखेड़ा में निर्मित होने वाले विद्युत उपकेन्द्र का शिलान्यास तथा ग्राम करोहन में नवनिर्मित विद्युत उपकेन्द्र का लोकार्पण प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय 20 नवम्बर को प्रात: 8.30 बजे करेंगे। इस अवसर पर सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय, जिला पंचायत उपाध्यक्ष रामसिंह जादौन मौजूद रहेंगे। यह जानकारी ग्राम पंचायत नवाखेड़ा के सरपंच शैलेंद्र शर्मा ने दी।
निर्माण कार्यों की विभागवार समीक्षा हुई
प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की अध्यक्षता में सिंहस्थ-2016 के विभिन्न प्रस्तावित निर्माण कार्यों की विभागवार समीक्षा आज मेला कार्यालय में की गई। सर्वप्रथम पुलिस विभाग के कार्यों की समीक्षा एवं इन्दौर संभाग द्वारा प्रस्तावित निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई।
पुलिस विभाग
आईजी मुख्यालय पवन जैन ने कार्य योजना का पावर पाइन्ट प्रेजेंटेशन करते हुए बताया कि 164 करोड़ रूपये तक के विभिन्न निर्माण कार्य प्रस्तावित किये गये हैं। इनमें ओंकारेश्वर एवं महेश्वर में की जाने वाली व्यवस्था का व्यय भी शामिल है। उन्होंने बताया कि 22 हजार पुलिसकर्मियों का चयन आरम्भिक रूप से करते हुए सिंहस्थ के लिये इनको प्रशिक्षण देना प्रारम्भ कर दिया है। स्थायी ट्रेनिंग सेन्टर के लिये 48 करोड़ रूपये का प्रस्ताव किया गया है।
दोनों डिवीजन तालमेल के साथ कार्य करें
बैठक में प्रभारी मंत्री विजयवर्गीय ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये कि सिंहस्थ क्षेत्र में कार्यरत् विभाग के दोनों डिवीजन आपस में तालमेल बनायें, जिससे कार्य समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ हो सकेंगे। विभाग द्वारा बताया गया कि सिंहस्थ के दृष्टिगत पाँच मन्दिरों का जीर्णोध्दार किया जा रहा है। स्थानीय विश्राम गृह के 16 कमरों का उन्नयन एवं डॉरमेट्री निर्माण की जा रही है। उजैन शहर के 32 चौराहों का उन्नतीकरण किया जायेगा। ग्यारह सड़कों का निर्माण आगामी 31 दिसम्बर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिन सड़कों के निर्माण में रेलवे से समन्वय की आवश्यकता है, उनके बारे में वे स्वयं केन्द्रिय रेल मंत्री से चर्चा कर उनकी मासिक मॉनीटरिंग में वे कार्य सम्मिलित करवायेंगे। ई एण्ड एम विभाग द्वारा भी 21.22 करोड़ रूपये लागत के 16 कार्य किये जा रहे हैं।
सेतु निर्माण विभाग के प्रेजेंटेशन में बताया गया कि सिंहस्थ के लिये 3059 करोड़ रूपये लागत से ओवरब्रिज निर्माण एवं 17.86 करोड़ रूपये लागत से दो अन्य पुल निर्मित किये जायेंगे। म.प्र.सड़क विकास निगम की जानकारी में बताया गया कि निगम द्वारा सिंहस्थ बायपास (रिंग रोड) उजैन-मक्सी मार्ग, उजैन फ्रीगंज में रेलवे ओवरब्रिज बनाया जा रहा है।
धूलरहित सिंहस्थ आयोजित होगा
बैठक में बहुराष्ट्रीय कंपनी के आस्ट्रेलिया से आये प्रतिनिधि जेम्स बेन द्वारा ग्लोबल रोड टेक्नालॉजी के तहत डस्ट-फ्री याने धूलरहित सिंहस्थ आयोजना की अवधारणा पर पावर पाइन्ट प्रेजेंटेशन दिया गया, जिसमें बताया गया कि कंपनी द्वारा इजाद की गई विशेष तकनीक एवं उपकरणों से आगामी सिंहस्थ धूलरहित रूप से आयोजित किया जा सकेगा।
जल संसाधन विभाग की समीक्षा
बैठक में जल संसाधन विभाग की समीक्षा में बताया गया कि विभाग द्वारा 133 करोड़ रूपये लागत से घाट निर्माण के 18 कार्य हाथ में लिये गये हैं, जिनका निर्माण शिप्रा नदी के दोनों किनारों पर किया जा रहा है। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि विभाग द्वारा गुणवत्तायुक्त कार्य किया जाये। जिन घाटों का ले-आऊट सही नहीं है, उनका स्थल निरीक्षण अधीक्षण यंत्री द्वारा किया जाकर आवश्यक फेरबदल किये जायें। घाट निर्माण में विसंगतियां नहीं हो। बैठक में जनप्रतिनिधियों के ध्यानाकर्षण पर प्रभारी मंत्री ने विभाग को अंगारेश्वर मन्दिर पर भी घाट निर्माण के निर्देश दिये। इसमें यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि अंगारेश्वर मन्दिर पर घाट इतनी ऊंचाई से निर्मित किया जाये, जिससे बाढ़ के दौरान मन्दिर सुरक्षित रहे।
अधोसंरचना सम्बन्धी वैकल्पिक सामग्री का स्टोरेज रहेगा
बैठक में प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि सभी विभाग यह सुनिश्चित करे कि उनके जो कार्य आगामी दिसम्बर 2015 में पूर्ण होने वाले हैं, वे किसी भी स्थिति में उक्त तिथि को पूर्ण हो जायें। सिंहस्थ में सभी विभाग यह भी सुनिश्चित करें कि अधोसंरचना से सम्बन्धित सामग्री वैकल्पिक रूप से भी सिंहस्थ क्षेत्र में स्टोरेज की जायेगी। किसी भी उपकरण या सामग्री की खराबी की स्थिति में तत्काल वहां सामग्री दुबारा तत्काल उपलब्ध हो जाये। सिंहस्थ के दौरान पेयजल का प्रबंधन गुणवत्तापूर्ण हो, पानी का निकास सुनियोजित तरीके से किया जाना है। इसके लिये माइो मैनेजमेंट किया जायेगा।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग
बैठक में बताया गया कि उनके द्वारा एक-एक लाख लीटर की चार पेयजल टंकियां निर्मित की जायेंगी, जो सिंहस्थ के पश्चात भी ग्रामीणों के काम आयेंगी। इसके अलावा विभाग द्वारा इंटेकवेल निर्माण, जलशोधन संयंत्र निर्माण, बैराज सुधार, ड्रेनेज, पाईप लाईनों की स्थापना आदि कार्य किये जा रहे हैं। गन्दे पानी के निष्पादन के लिये 61.20 करोड़ रूपये लागत के तीन कार्य हाथ में लिये गये हैं।
बैठक में वन विभाग की समीक्षा में बताया गया कि विभाग द्वारा सिंहस्थ के दौरान वृक्षारोपण, जलाऊ लकड़ी, बांस, बल्ली की व्यवस्था की जायेगी। वन्य प्राणियों की रेस्क्यू व्यवस्था के अलावा विभागीय प्रदर्शनी तथा अन्य कार्य किये जायेंगे। प्रभारी मंत्री ने यहां सुनिश्चित करने को कहा कि सिंहस्थ क्षेत्र में जो पेड़-पौधे वर्तमान में मौजूद हैं वे किसी भी निर्माण के दौरान कटे नहीं। इस सम्बन्ध में उन्होंने कलेक्टर को खासतौर पर निर्देशित किया।
सिंहस्थ के लिये विशेष डेबिट कार्ड
बैठक में संभागायुक्त रवीन्द्र पस्तोर ने बताया कि सिंहस्थ के दौरान टेक्नालॉजी के उपयोग से जनसुविधा के कार्य किये जायेंगे। पूरे क्षेत्र में एटीएम मशीनों की व्यवस्था रहेगी। विशेष डेबिट कार्ड उपयोग में लिये जायेंगे। सिंहस्थ के लिये विशेष साफ्टवेयर तैयार किया गया है। लगभग 60 हजार स्वयंसेवकों को सिंहस्थ के दौरान सेवाएं देने के लिये प्रशिक्षित किया जायेगा।
हरसिध्दि धर्मशाला विस्तार कार्य का आज लोकार्पण
जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजयवर्गीय 20 नवंबर को हरसिध्दि धर्मशाला के विस्तार कार्य का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम दोपहर 12.30 बजे आयोजित होगा। उल्लेखनीय है कि 1.35 करोड़ रुपये की लागत से किये गये हरसिध्दि धर्मशाला के विस्तार के तहत खण्ड-2 निर्मित किया जाकर 24 नवीन कक्ष बनाये गये हैं। इनमें 14 एसी तथा 10 नॉन एसी कक्ष हैं। इसके बेसमेंट में पार्किंग व्यवस्था भी की गई है।
अस्पताल भवन का शिलान्यास आज
उौन में 450 विस्तरीय शिशु-मातृ अस्पताल भवन का शिलान्यास भी 20 नवंबर को प्रात: 9 बजे जिले के प्रभार मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं स्कूल शिक्षा मंत्री करेंगे।
सिंहस्थ-2016 : एक आंकलन
संभावित तीर्थ यात्री 5 करोड़
प्रस्तावित मेला क्षेत्र 4 हजार हेक्टेयर
शाही स्नान तीर्थ यात्री 1 करोड़
सिंहस्थ कुल अवधि करीब 2 माह
मेला क्षेत्र प्रशासनिक व्यवस्था
6 झोन, 16 सेक्टर, 42 थाने
उपलब्ध शेष अवधि 14 माह
महत्वपूर्ण तिथियां
अखाड़ों की पेशवाई माह अप्रैल 2016
प्रथम स्नान 22 अप्रैल 2016
शाही स्नान 21 मई 2016
अन्य स्नान मई 9, 11, 17, 19
पंचक्रोशी यात्रा 1 से 6 मई 2016
बसों का लोकार्पण
प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के मुख्य आतिथ्य में बुधवार रात नानाखेड़ा बस स्टैण्ड पर आयोजित कार्यक्रम में जेएनएनयूआरएम योजना में शहरी परिवहन की बसों का उपनगरीय सेवा के तहत इंदौर और आगर सेवा का शुभारंभ किया।
एसई के जवाब से फूट पड़े हंसी के फव्वारे
बैठक के दौरान जल संसाधन विभाग के कार्यों को लेकर प्रभारी मंत्री ने सवाल खड़े किये। उन्होंने विभाग के अधीक्षण यंत्री पी.एस. बघेल को कहा कि कार्यों में बहुत सी शिकायतें हैं। इनका निराकरण करो। ले-आउट सही नहीं है। खान डायवर्सन को लेकर प्रभारी मंत्री ने दो टूक जवाब पूछा कि खान का शुध्द पानी शिप्रा के शुध्द पानी में मिलेगा या नहीं। इस सवाल का जवाब अधीक्षण यंत्री तकनीकी भाषा में प्रभारी मंत्री को बताने लगे। इस पर प्रभारी मंत्री का जवाब था कि तकनीकी ज्ञान मेरी समझ में नहीं आ रहा है। इसके बावजूद अधीक्षण यंत्री की तकनीकी भाषा जारी रही। यह सुनते ही बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों की हंसी फूट पड़ी।
महापौर का उपेक्षा का आरोप
बैठक में कई बार महापौर रामेश्वर अखण्ड कई मुद्दों पर नाराजगी जताने से नहीं चुके। उन्होंने अपनी नाराजगी ऊंचे स्वर में व्यक्त की। उन्होंने सबके सामने कहा कि प्रशासन हमारी उपेक्षा करते हुए नजरअंदाज कर रहा है। इस पर एक-दो बार तो प्रभारी मंत्री कह उठे कि आप नगर के राजा हैं।