शिक्षक दिवस से प्रारंभ होगा मुख्यमंत्री सामाजिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम
सपंूर्ण जिलें में एक साथ होगा प्रांरभ
रतलाम 11 अगस्त (इ खबरटुडे)। मध्यप्रदेश में विकास की आवश्यकताओं के अनुरूप मानव संसाधन के प्रशिक्षण हेतु मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद् की पहल पर डिप्लोमा आॅफ सोशल वर्क (सामुदायिक नेतृत्व विकास ) पाठ्यक्रम को महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट के साथ मिलकर प्रारम्भ किया गया है। मुख्यमंत्री नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के संचालन हेतु पूरे प्रदेश में एक साथ जन जातीय विकासखण्डों को छोडकर शेष सभी विकासखण्डों में 05 सितम्बर 2015 शिक्षक दिवस से प्रारंभ किया जा रहा है।
पाठ्यक्रम
राज्य शासन द्वारा दृष्टि पत्र 2018 के अंतर्गत प्रदेश में समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के उद्धेश्य से वंचित समूहो के प्रभावी सशक्तिकरण हेतु प्रशिक्षण एवं प्रत्यक्ष अनुभव द्वारा सामाजिक एंव राजनेतिक नेतृत्व के विकास का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य की पूर्ति हेतु मुख्यमंत्री नेतृत्व विकास पाठ्यक्रम का निर्धारण किया गया है। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थीयो को 15 विषयों पर प्रशिक्षण दिया जावेगा ।
इन विषयो पर होगी पढाई –
विकास मेें समस्याएं ओर मुद्दे ,कानुनी साक्षरता,नेतृत्व विकास,संचार कौशल और विकास के लिये जीवन कौशल शिक्षा,सामुदायिक संगठन और लामबंदी ,बुनियादी लेखांकन,प्रलेखन और दस्तावेज प्रबंधन ,बुनियादी कम्प्युटर कौशल,पंचायती राज एंव ग्रामीण विकास ,ग्रामीण प्रोद्योगिकी,पोषण और स्वास्थ्य देखभाल,बाल विकास संरक्षण और शिक्षा,महिला विकास एंव सशक्तिकरण ,पर्यावरण शिक्षा,गैर सरकारी संगठन का गठन और प्रबंधन माइक्रोक्रेडिट और उद्यम विकास छात्रो को आवश्कतानुसार ई-लर्निंग मैटेरियल और आॅडियो-विजुअल सामग्री की उपलब्धता दी जावेगी । अतः ऐसे क्षमतावान युवक/युवतियो को इस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जायेगा, जिनमे अपने ग्राम के प्रति सहज अनुराग हो ,जो ग्रामीण क्षेत्रो में कार्य करने के इच्छुक हो और जिनमें नेतृत्व की क्षमता हो। पाठ्यक्रम का उद्द्ेश्य दीर्घकालीन अकादमिक प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक नेतृत्व क्षमता के विकास के लिए प्रारम्भ किया जा रहा है।
अर्हताएं होगी:-
इस पाठ्यक्रम की संबद्धता चि़त्रकूट विश्वविद्यालय से होगी । पाठ्यक्रम की अवधि दो वर्ष पूर्ण करने पर डिप्लोमा व एक वर्ष पूर्ण करने पर सर्टिफिकेट एवं कक्षा 12 वी उत्तीर्ण होना अनिवार्य है साथ ही विधार्थी की आयु सीमा 18 से 45 वर्ष तक होना चाहिए।
प्रशिक्षणार्थियो का चयन
मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद् द्वारा चयनित गाॅव से प्रस्फुटन ग्रामो में से प्रत्येक ग्राम एक एक योग्य उम्मीदवार का चयन किया जावेगा। उम्मीदवार के चयन हेतु ग्राम में चोपाल के माध्यम से सर्वसम्मति के आधार पर प्रस्ताव पारित किया जावेगा तथा प्रस्फुटन समिति के सदस्य/प्रस्फुटन ग्राम के निवासी किसी एक उम्मीदवार का चिन्हांकन किया । जिसे ग्राम वासियो द्धारा कुशल सामाजिक कार्यकर्ता माना गया हो एंव जिसमें सामाजिक नेतृत्व की क्षमता परिलक्षित हुई है। इस प्रकार प्रत्येक विकासखण्ड में तीन वर्ष की प्रस्फुटन समितियो के ग्रामो में से तीस सदस्यो/ग्रामवासियो का चिन्हांकन होगा । तीस उम्मीदवारो के अतिरिक्त प्रत्येक विकासखण्ड में 10-10 ऐसे उम्मीदवारो का भी चयन किया जा सकेगा । जो स्वयं के व्यय पर पाठ्यक्रम में सम्मिलित होने के इच्छुक हों, उनका चयन पहले आओं के आधार पर चयन होगा, इस प्रकार प्रत्येक विकासखण्ड में अधिकतम 40 उम्मीदवारो की बैच निर्मित की जावेगी ।
चित्रकूट विश्वविद्यालय की भूमिका
उक्त पाठ्यक्रम महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट से सम्बद्ध होगा। पाठ्यक्रम के संचालन में सहयोग हेतु विश्वविद्यालय द्वारा पाठ्य सामग्री ,इच्छुक छात्रो का पंजीयन, परीक्षाओ का आयोजन एवं परीक्षा उपरांत विश्वविद्यालय द्वारा सर्टिफिकेट व डिप्लोमा प्रमाणपत्र प्रदान किया जावेगा ।
कोर्स करने हेतु संपर्क
म.प्र. जन अभियान परिषद् के जिला व विकासखण्ड समन्वयकों से कोर्स के संबधी जानकारी प्राप्त कि जा सकती है।
शासन की अनोखी पहल
मुख्यमंत्री सामाजिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम, म.प्र. शासन की ऐसी पहल है जो समाज के ऐसे समाजसेवी गुण वाले लोगो की पहचान कर उनकी नेतृत्व क्षमता का विकास एक दीर्धकालीन प्रशिक्षण के माध्यम से करेगा।
इसके परिणाम स्वरूप समाजसेवी व्यक्तियों को एवं उनके द्वारा किये गए कार्यो को न केवल पहचान मिलेगी बल्कि उन्हे रोजगार के अवसर भी मिलेंगे, शासन को सामाजिक एवं विकास के क्षेत्र में आवश्यक मानव संसाधनों की पूर्ति हेतु एक प्रशिक्षित वर्ग भी मिलेगा ।