लोकायुक्त का आय से अधिक संपत्ति में छापा
करोड़ पति निकला मुख्य कार्यपालन अधिकारी
दो वर्ष पूर्व भी रिश्वतखोरी में पकड़ाया था।
उज्जैन,23 जनवरी (इ खबरटुडे)। नववर्ष में लोकायुक्त ने आय से अधिक संपत्ति होने के मामले में पहली कार्रवाई करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी के निवास पर सुबह 6 बजे छापामार कार्रवाई की है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पास से करोड़ों की संपत्ति होने के दस्तावेज बरामद हुए है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी अपने पद पर रहते हुए दो वर्ष पूर्व रिश्वतखोरी के मामले में भी लोकायुक्त कार्रवाई का शिकार हो चुका है। रिश्वतखोरी में उसे पद से निलंबित किया गया था। वर्तमान में वह शहरी विभाग में अपनी सेवा दे रहा था।
प्राप्त जानकारी अनुसार महाकाल वाणिय क्षेत्र के मकान नं. एमआईजी 2516 में निवासरत काशीराम रायकवार जिला अंत्य व्यवसायी शहरी विकास सहकारी संस्था मर्यादित उज्जैन मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर है। लोकायुक्त को पिछले काफी समय से उनके पास आय से अधिक संपत्ति होने की जानकारी मिल रही थी। आज सुबह 6 बजे लोकायुक्त एसपी के निर्देशन में इंस्पेक्टर बसंत श्रीवास्तव की टीम उनके निवास स्थान पर पहुंची और छापामार कार्रवाई शुरू की। शुरूआती कार्रवाई में ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीन करोड़ की संपत्ति का आसामी निकला है। नगद राशि के नाम पर उसके यहां से 15 हजार रूपये बरामद हुए है। निवासरत मकान दो मंजिला होकर आलीशान है। जिसकी कीमत भी लाखों रूपये आंकी गई है। उसके पास से ग्राम अम्बोदिया में 15 बीघा कृषि भूमि भी मिली है। वही महाकाल वाणिय में एक दुकान और त्रिवेणी विहार में लाखों रूपये कीमत के प्लाट दस्तावेज बरामद हुए है। सोने-चांदी के आभूषणों के साथ एक इंडिका कार व दो दुपहिया वाहन भी लोकायुक्त ने अपनी जांच में लिए है। घर में विलासिता के सामानों का जखीरा भी मिला है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2011 के मई माह में काशीराम जब शाजापुर में पदस्थ थे तब इन्होंने एक मामले में पांच हजार रूपये की रिश्वत फरियादी से मांगी थी। तब भी लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा था। जिसके बाद काशीराम को निलंबित कर दिया गया था। निलंबन अवधि में रायकवार को उज्जैन पदस्थ करते हुए यही पर उनका मुख्यालय बनाया गया था। लोकायुक्त घर पर जांच पूरी करने के बाद बैंक खातों की भी जांच करेगी। जिसमें भी कई राज खुल सकते है।
रात में ही लग गई थी भनक
सूत्र बता रहे है कि काशीराम को लोकायुक्त कार्रवाई की भनक रात में ही लग चुकी थी। जिसके चलते उसने कई दस्तावेज और नगद राशि में हैराफैरी कर दी थी। सुबह उसके निवास से छापे के दौरान नगदी के नाम पर 15 हजार रूपये इसी और ईशारा कर रहे है।