महाराष्ट्र: शिवसेना का सपना टूटा, नहीं कर पाई सरकार का दावा, अब एनसीपी को मिला मौका
मुंबई ,12 नवंबर (इ खबरटुडे)। महाराष्ट्र में सोमवार की शाम को राजनीतिक घटनाक्रम किसी थ्रिलर और सस्पेंस फिल्म की तरह चला। जिसमें शिवसेना द्वारा दिन भर सरकार और अपना मुख्यमंत्री बनाने का देखा सपना अंतत: टूट गया। वहीं गेंद एनसीपी के पाले में आ गई कि क्या वह सरकार बना सकती है।
रविवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सरकार बनाने की इच्छा और दावे के पत्र के लिए शिवसेना को 24 घंटे दिए थे। मगर इन समयावधि में शिवसेना कांग्रेस-एनसीपी से समर्थन की चिट्ठी हासिल नहीं कर सकी। इसमें भी एंटी-क्लाइमेक्स यह हुआ कि राज्यपाल ने 8.30 बजे एनसीपी को सरकार बनाने का पत्र देने के लिए राजभवन बुला लिया।
एनसीपी विधायक दल के नेता अजित पवार राज्यपाल से मिलने गए। राज्यपाल ने एनसीपी को भी 24 घंटे का समय दिया है। राज्यपाल द्वारा दिए गए प्रस्ताव के मुद्दे पर मंगलवार को सुबह 10 बजे दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की बैठक होगी। जबकि एनसीपी दोपहर में एक बजे अपने कोर ग्रुप के साथ बैठक करेगी।
शिवसेना ने चुकाई भारी कीमत
शिवसेना ने राज्य में सरकार बनाने का सपना देखते हुए, अपने अड़ियल रवैये से भारी कीमत चुकाई है। सुबह उसके मंत्री अरविंद सावंत ने नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। अब शिवसेना केंद्र सरकार से भी बाहर है और राज्य में भी न उसकी सरकार बन रही है और न ही मुख्यमंत्री की कुर्सी मिल रही है।
उसकी स्थिति माया मिली न राम वाली हो गई है। अब सबकी नजरें इस पर है कि क्या शिवसेना की राहें एनडीए से भी जुदा हो जाएंगी? एनसीपी ने शिवसेना के सामने रविवार को शर्त रखी थी कि अगर वह सरकार बनाने के लिए समर्थन चाहती है तो केंद्र सरकार में उसके मंत्री को इस्तीफा देना होगा और उसे भाजपा से सारे संबंध तोड़ने होंगे।