November 17, 2024

मध्यप्रदेश युवा वैज्ञानिक कांग्रेस में 206 रिसर्च पेपर प्रस्तुत

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री गुप्ता ने किया शुभारंभ

भोपाल 10 मार्च (इ खबर टुडे)। मध्यप्रदेश युवा वैज्ञानिक कांग्रेस में विद्यार्थियों ने 206 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने दो-दिवसीय युवा वैज्ञानिक कांग्रेस का शुभारंभ किया। यह कांग्रेस विज्ञान भवन में हो रही है।

श्री गुप्ता ने कहा कि इस वर्ष से पुरस्कारों की संख्या में वृद्धि की जा रही है। अब जिस विषय पर 10 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये जायेंगे, उनमें से एक को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। जिस विषय पर 10 से 20 तक रिसर्च पेपर प्रस्तुत होंगे, उनमें 2 पुरस्कार और जिनमें 20 से 30 तक रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये जायेंगे, उनमें 3 पुरस्कार दिये जायेंगे। प्रथम पुरस्कार 25, दूसरा 20 और तीसरा 15 हजार रुपये का होगा।

श्री गुप्ता ने कहा कि जन-सामान्य के विकास और कल्याण के लिये विज्ञान का विस्तार जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन जिलों से रिसर्च पेपर नहीं आये हैं, उन जिलों के विद्यार्थियों को रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की जरूरत के अनुसार रिसर्च को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि विज्ञान कांग्रेस के सहभागियों से फीडबेक भी लिया जाये। फीडबेक के आधार पर सुधार प्रस्तावित करें। श्री गुप्ता ने रिसर्च पेपर की संक्षेपिका का विमोचन भी किया।

प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य विज्ञान को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि सवाल उठाने की क्षमता होनी चाहिये, समाधान जरूर मिलेगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रदेश के उद्योगों से संबंधित रिसर्च पर ज्यादा ध्यान दिया जाये।

किसी भी प्रयोगशाला में अनुसंधान के लिये आर्थिक सहायता
मेपकास्ट के महानिदेशक सी.के. पाटिल ने बताया कि 18 विषय पर 350 से अधिक रिसर्च पेपर आये थे, जिनमें से 206 का चयन वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है। उन्होंने बताया कि युवा वैज्ञानिकों को देश की किसी भी प्रयोगशाला में अनुसंधान के लिये 10 हजार रुपये प्रतिमाह की स्कालरशिप दी जाती है। इसके अलावा आने-जाने का किराया और 5000 रुपये का अनुदान भी दिया जाता है। उन्होंने बताया कि यह 32वीं युवा विज्ञान कांग्रेस है। पिछले साल विभिन्न युवा वैज्ञानिक ने देश की महत्वपूर्ण प्रयोगशालाओं में अनुसंधान किया है।

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