बेहतर कार्य नहीं करने वाले सचिवों की खैर नहीं -कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर
जनपद पंचायत रतलाम के कार्यो की समीक्षा में कलेक्टर ने दी चेतावनी
रतलाम02 मई (इ खबरटुडे)|कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जनपद पंचायत रतलाम की विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि जिन ग्राम पंचायत सचिवों के कार्यो को बेहतर परफारमेंशन नहीं होगा उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। जन कल्याणकारी कार्यो की विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा करते हुए निर्देशित किया गया कि आगामी 28 मई को पुनः समीक्षा की जायेगी।
बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजनान्तर्गत तालाब गहरीकरण, नवीन तालाब निर्माण, वृक्षारोपण, सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत निर्माण कार्यो की पूर्णता की समीक्षा, साधिकार अभियान एवं ग्राम उदय से भारत उदय अभियान, समग्र पोर्टल पर फिडिंग,इन्दिरा आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, विकलांगों के विवाह एवं पेयजल इत्यादि कार्यो की सघन समीक्षा कलेक्टर के द्वारा की गई।
आॅनलाईन प्रविष्ठियाॅ करवाये और भुगतान करें
बैठक में समीक्षा के दौरान वर्ष 2014-15 के अंतर्गत इन्दिरा आवास योजना की द्वितीय किश्त के भुगतान लम्बित होने की समस्या प्रकाश में आयी। ग्राम बम्बोरी, भारोड़ा, बिरमावल, घटला, गुणावद, उमरथाना, उमरन, बांगरोद, लपटिया, पलसोड़ी,पंचेड़, राजपुरा आदि गाॅवों में इन्दिरा आवास योजना की द्वितीय किश्त का भुगतान अब तक जारी नहीं किया गया है। इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत हरजिन्दरसिंह ने बताया इस सप्ताह से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को सभी भुगतान किये जाने हेतु अधिकृत किये जाने के निर्देश प्राप्त हो चूके है। इससे संबंधित भुगतान जनपद पंचायत के द्वारा सीधे किये जा सकेगेे। कलेक्टर ने कहा कि सभी पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक इससे संबंधित भुगतान आवास के फोटो कराकर जनपद पंचायतों में आॅनलाईन प्रविष्ठि कराकर शीघ्र भुगतान कराये।
गुणावद सरपंच ने की सचिव की शिकायत, हटाने की कार्यवाही करने के निर्देश
बैठक में आंगनवाड़ी भवन निर्माण हेतु दुसरी किश्त का मांग पत्र पंचायतों द्वारा प्रस्तुत नहीं किये जाने पर असंतोष व्यक्त किया गया। ग्राम बिरमावल, भुवानीपाड़ा, नौगावाकलां, कलोरीखुर्द, सेजावता क्रमांक 1, गुणावद क्रमंाक 1 व 2 के लिये भवन निर्माण की द्वितीय किश्त हेतु मांग पत्र प्रस्तुत नहीं किया जाना पाया गया। मामले की समीक्षा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हरजिन्दरसिंह ने की। गुणावद के सरपंच ने बैठक के दौरान सचिव की शिकायत की कि इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने संबंधित कर्मचारी को सेवा से पृथक करने संबंधी प्रस्ताव एवं कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के निर्देशित किया।
दिव्यांग पेंशन प्रकरण में लापरवाही, कार्यवाही के निर्देश
समीक्षा बैठक के दौराना पाया गया कि दिव्यांग पेंशन के प्रकरण की आॅनलाईन प्रविष्ठि 1757 प्रकरणों की जाना थी किन्तु जनपद पंचायत रतलाम ने केवल 55 प्रकरणों को ही आॅनलाईन किया है। कलेक्टर ने असंतोष व्यक्त करते हुए खराब कार्य करने वाली तीन पंचायतों को दण्डित करने हेतु संबंधित कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय जाॅच आरोपित कर सेवा समाप्ति की कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि अगली टी.एल. बैठक के दौरान श्रेष्ठ कार्य करने वाली तीन पंचायतों को पुरस्कृत किया जायेगा। सभी प्रकार के कार्य में सुधार हेतु 15 मई तक की समयसीमा निर्धारित की गई।
दिव्यांगों का परिचय सम्मेलन में लाना सचिवों की जिम्मेदारी
कलेक्टर ने आगामी 11, 12 एवं 13 मई 2016 को विवाह पूर्व आयोजित होने वाले दिव्यांगो के परिचय सम्मेलन में दिव्यांगो को लाने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के सचिवों को सौपी है। उन्होने निर्देशित किया हैं कि ग्राम पंचायतों में विवाह योग्य आयु के विवाह हेतु इच्छुक दिव्यांगों को उनके परिजनों के समेत परिचय सम्मेलन स्थल पर पंचायत सचिव लाना सुनिश्चित करेगें। कलेक्टर ने कहा कि दिव्यांग भी समाज का एक अहम हिस्सा है। संकोज वश वे अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पाते हैं और ऐसे लोगों का विवाह कराना एक पूण्य का कार्य है। शासन स्तर से उपलब्ध कराये जा रहे प्लेटफार्म में पंचायत सचिव अपने बेहतर सहभागिता सुनिश्चित करे।
समय कम, वृक्षारोपण के लिये कार्य ज्यादा
30 मई तक तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकृतियाॅ जारी होगी
कलेक्टर ने आगामी वर्षा ऋतु के मददेनजर सभी ग्राम पंचायतों को वृक्षारोपण कार्य के लिये सभी आवश्यक पूर्व तैयारियाॅ करने के निर्देश दिये है। कार्यो में विलम्ब न हो इसके लिये निर्देशित किया गया हैं कि ग्राम पंचायतें 30 मई के पूर्व समस्त प्रशासकीय स्वीकृतियाॅ एवं तकनीकी अमला आवश्यक तकनीकी स्वीकृतियाॅ जारी करें। उन्होने सहायक उद्यान अधिकारी मनरेगा को वृक्षारोपण के लिये आवश्यक प्राक्कलन बनाने के साथ ही अन्य कार्य किये जाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि वृक्षारोपण तीन तरीके से किया जाना सुनिश्चित करें। प्रथम प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से एक सड़क के दोनों और वृृक्षारोपण किया जाना अनिवार्य है। द्वितीय प्रत्येक शासकीय कार्यालय जहा बाउण्ड्रीवाल बनी हैं वहा वृक्षारोपण अनिवार्य रूप से करना होगा एवं तृतीय किसानों की निजी भूमि पर नंदनफलोद्यान के माध्यम से वृक्षारोपण कार्य कराया जाये।
कलेक्टर ने पेयजल की समस्या के दौरान ग्राम पंचायत सचिवों एवं सरपंचों से जानना चाहा कि अभी वर्तमान में कहा – कहा परिवहन हो रहा है पश्चात उन्होने पुछा की कहा-कहा परिवहन की आवश्यकता है। जिन स्थानों पर पेयजल परिवहन की आवश्यकता संबंधी प्रस्ताव प्राप्त होगे वहा पीसीओ स्वयं जाकर आकलन करेगे कि किन-किन मजरों, टोलों में पेयजल परिवहनों की आवश्यकता हैं साथ ही पेयजल के अन्य स्त्रोतो की भी पड़ताल की जायेगी। जब कोई विकल्प नहीं बचेगा तो आवश्यकता अनुसार पेयजल परिवहन की स्वीकृति दी जायेगी।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरजिन्दरसिंह, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी लक्ष्मणसिंह डिंडोर, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अरूण जैन, डीपीसी राजेन्द्र सक्सेना एवं पंचायतों के सरपंच एवं सचिव व अन्य सम्बद्ध अधिकारी मौजूद थे।