बर्फ में लेकर आए कटा हुआ हाथ का पंजा, 6 घंटे चले ऑपरेशन के बाद जुड़ा
इंदौर,20जून(इ खबरटुडे) । शहर के एक निजी अस्पताल में आए उज्जैन के युवक का कटा हाथ का पंजा डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन कर छह घंटे में जोड़ दिया। तलवार के हमले में युवक पंजा अलग हो गया था। परिजन उज्जैन के एक अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां प्राथमिक उपचार कर खून बहना बंद किया गया और पंजे को सुरक्षित कर बर्फ में रखकर इंदौर भेजा गया।
दुर्घटना में शरीर का कोई अंग शरीर से अलग हो जाए तो उसे जोड़ना मेडिकल साइंस में चुनौती होती है, लेकिन निजी अस्पताल के प्लास्टिक एंड माइक्रोवास्कुलर सर्जन डॉ. अश्विनी दास और उनकी टीम ने इसे पूरा किया। नौ जून को उज्जैन में किसी समारोह में विवाद के दौरान युवक पर हमला हुआ था। घटना के लगभग चार घंटे बाद रात तीन बजे युवक को अस्पताल लाया गया। डॉ. दास के मुताबिक युवक की स्थिति देख उसका उसी समय ऑपरेशन करना जरूरी था। ऑपरेशन में सबसे बड़ी समस्या थी देरी के कारण मरीज का काफी खून बहना और कटे हुए पंजे को गलत तरीके से लाना। इसलिए मुश्किल और भी बढ़ गई थी। हमने पूरी टीम तैयार की और तुरंत ऑपरेशन शुरू किया।
दो हिस्सों में हुआ ऑपरेशन
ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. आशीष गोयल और एनेस्थेटिस्ट डॉ. विवेक चंद्रावत ने बताया कि खून ज्यादा बहने से युवक का ब्लड प्रेशर स्थिर नहीं हो रहा था। ऐसे में उसे अधिक समय तक बेहोश रखने में जान का खतरा हो सकता था, इसलिए दो हिस्सों में ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। पहले दिन सिर्फ दोनों आर्टरी और नसों को जोड़ा गया। घायल को रिकवर होने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया। फिर दूसरे हिस्से में हाथ को चलने के लिए जरूरी चमड़ी के नीचे का हिस्सा जोड़ा गया। फिलहाल युवक पूरी तरह स्वस्थ है और उसके हाथ को आराम देने के लिए प्लास्टर लगाया गया है।
शरीर का अंग कटने की स्थिति में ये रखें ध्यान
– कटे हुए अंग को तुरंत साफ प्लास्टिक की थैली में रखकर उसे बर्फ में रख दें। सीधे बर्फ के संपर्क में न रखे
– बहते हुए खून को रोकने के लिए घाव या नसों को कसकर बांध दें
– तुरंत प्राथमिक चिकित्सालय जाए
– 6 घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचें और सर्जरी करवाएं