बच्चों के वजन की सतत निगरानी के निर्देश
सुपोषण अभियान
रतलाम 13 जून(इ खबरटुडे)। सुपोषण अभियान के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर डाॅ. संजय गोयल ने पांच वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों के वजन की नियमित रूप से निगरानी किये जाने के निर्देश दिये हंै। तदनुसार जिले के समस्त एक हजार 672 आंगनवाडी केन्द्रों एवं 399 मिनी आंगनवाडी केन्द्रों पर लक्ष्य-समूह के बच्चों के वजन की माॅनिटरिंग की जा रही है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा रवीन्द्र मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक माह की एक से चार तारीख तक सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं मिनी आंगनवाडी केन्द्रों पर वजन मेलों के आयोजन की व्यवस्था की जा रही है। वजन मेले में ग्राम स्वास्थ्य तदर्थ समिति आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम का भी सहयोग प्राप्त करेगी। इन वजन मेलों में पांच वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों का वजन लेकर ग्रोथ रजिस्टर में चिन्हांकन कर बच्चों के पोषण स्तर का वर्गीकरण किया जाएगा। बच्चांे की बांह की माप एमयूएसी टेप द्वारा ली जाकर एनआरसी में भर्ती योग्य बच्चांें का चिन्हांकन किया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि सर्वे के मुताबिक पांच वर्ष तक के चिन्हित बच्चों की सूची तैयार कर इसे कम्प्यूटरीकृत किया जाएगा। इस कार्य में बच्चों के जन्म दिनांक का विशेष ध्यान रखे जाने के निर्देश दिये गए हैं। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि यदि संभव हो तो वे बच्चे का जन्म प्रमाण-पत्र भी प्राप्त करे ताकि उसकी सही जन्म दिनांक प्राप्त हो सके।
श्री मिश्रा ने जानकारी दी कि वजन मेलों की तिथियों ,टीकाकरण की तिथियों तथा व्ही.एच.एन.डी. दिवस की तिथियों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाये जाएंगे। शत-प्रतिशत बच्चों का वजन लेने के बाद आंगनवाडी कार्यकर्ता बच्चों का वजन रिकार्ड पंजी11 में दर्ज करेगी। साथ ही बच्चों के पोषण स्तर की जानकारी उनके अभिभावकों को आवश्यक रूप से बताई जाएगी। यदि बच्चा अति कम वजन का है तो उसे इस श्रेणी से बाहर निकालने के उपायों की जानकारी भी अभिभावकों को दी जाएगी।