December 25, 2024

प्रत्येक सप्ताह बुधवार को कृषि संवाद लाभ की सौगात कार्यक्रम

Collector Meeting

किसानों को नवीन तकनीकों की जानकारी साथ ही वैज्ञानिक मार्गदर्शन भी मिलेगा

रतलाम ,19 जून (इ खबरटुडे)।कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान के निर्देश पर जिले के किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा कृषि संवाद लाभ की सौगात कार्यक्रम आरंभ किया गया। आज मंगलवार से इस कार्यक्रम की शरूआत की गई जिसमें वीसी के माध्यम से किसानों, अधिकारियों तथा कृषि वैज्ञानिकों का संवाद हुआ।आगामी सप्ताह से प्रत्येक बुधवार को दोपहर 12 से 1 बजे तक यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आज आयोजित संवाद में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सीईओ जिला पंचायत सोमेश मिश्रा, उपायुक्त सहकारिता परमानंद गोडरिया, उपसंचालक कृषि ज्ञानसिंह मोहनिया, प्रगतिशील कृषकों में शामिल धराड़ के शांतिलाल पाटीदार, नलकुई के बिहारीलाल पाटीदार सहित 7 गांवों के कृषक उपस्थित थे।

 

इस कार्यक्रम में जिला मुख्यालय तथा विकासखण्डों पर कृषि सहकारिता उद्यानिकी मत्स्य पशु चिकित्सा विभागों के अधिकारी तथा प्रगतिशील किसान प्रत्येक सप्ताह मौजूद रहेंगे। वे वीसी के माध्यम से आपस में संवाद के द्वारा किसानों की समस्याओं का निदान करेंगे।

कृषि संवाद लाभ की सौगात कार्यक्रम में किसानों को सीजन के अनुसार ली जाने वाली बीज वेरायटी, खाद, जैविक उर्वरक, रासायनिक एवं जैविक पेस्टीसाईट परम्परागत फसलों के अलावा उद्यानिकी तथा औषधीय फसलों, उन्नत कृषि उपकरणों, कीट व्याधि नियंत्रण, अंतरवर्तीय फसलों आदि के बारे में प्रत्येक सप्ताह जानकारी मिलेगी। वैज्ञानिक मार्गदर्शन दिया जाएगा। किसान हितैषी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, इसके अलावा सभी जरूरी जानकारियाँ किसानों को दी जाएगी, जिससे किसान अपनी खेती को फायदे की खेती में बदल सकेगा।

प्याज भण्डारण के लक्ष्य में वृद्धि की मांग की गई
आज आयोजित कृषि संवाद लाभ की सौगात कार्यक्रम में धराड़ के किसान श्री शांतिलाल पाटीदार ने कहा कि गांवों में प्याज भण्डारण गृहों की मांग ज्यादा है। इसके लक्ष्य में वृद्धि की जाए। सीईओ जिला पंचायत ने कहा कि इस संबंध में शासन को पत्र लिखा जाएगा। श्री पाटीदार ने रतलाम मण्डी में आने वाले किसानों की समस्या के बारे में बताया कि किसान अपनी फसल मण्डी में लाकर जिस स्थान पर रखते हैं।

वह नीलामी के बाद उसको तुलाई के लिए अन्य स्थान पर ले जाने के दौरान फसल के दाने बिखरते हैं, किसान को प्रति क्विंटल कुछ किलोग्राम का नुकसान होता है। इसके अलावा नीलामी स्थान और तुलाई के स्थान दोनों पर किसान को खड़े रहने की समस्या होती है, इसलिए एक ही स्थान पर नीलामी एवं तुलाई की व्यवस्था की जाए। उनकी बात पर सीईओ जिला पंचायत सोमेश मिश्रा ने कहा कि इसके लिए मण्डी सचिव को तत्काल निर्देशित किया जा रहा है।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds