पेड़ की छांव के नीचे गुजारना चाहते थे जिंदगी, तो इसके आस-पास बना लिया आशियाना
जबलपुर,04जून (इ खबरटुडे)। आज जब इंसान एशो-आराम की जिंदगी जीने के लिए प्रकृति से खिलवाड़ कर रहा है। हरियाली को खत्म करने पर आमदा है। वहीं मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो इस सोच से बिल्कुल उलट है। यहां मोतीलाल केशरवानी नाम के शख्स को हरियाली औऱ पेड़-पौधों से इतना प्यार था कि उन्होंने सालों पुराने बरगद के पेड़ के आस-पास अपने सपनों का आशियाना बनाया।
आज जब लोग घर बनाने के लिए पेड़ तक काट डालते हैं, ऐसे में इस शख्स ने बरगद के पेड़ को काटने के बजाए अपने आशियाने का हिस्सा ही बना लिया। अब लोग इस घर को देखने पहुंच रहे हैं। बरगद का पेड़ इस घर का हिस्सा बन गया है। इस पेड़ के नीचे मंदिर बनाया गया है, जहां लोग पूजा करने आते हैं। वहीं घर की खिड़की खोलो तो पेड़ की शाखाएं खिलखिलाती नजर आती हैं।
मोतीलाल केशरवानी की बेटी अल्पना का कहना है कि, “मेरे पिता का ये कहना था कि वो हमेशा पेड़ की छांव के नीचे जिंदगी गुजारना चाहते थे।” बस, इसलिए उन्होंने पेड़ के आस-पास अपना घरौंदा बना लिया। अब मोतीलाल तो इस दुनिया में नहीं रहे। लेकिन उन्होंने दुनिया के सामने जो तस्वीर छोड़ी है, उसमें सबके लिए एक सीख है।