November 25, 2024

जेल बंदी अपने जीवन को खुशहाल बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित रहे:कलेक्टर श्रीमती चौहान

रतलाम,24 जनवरी (इ खबरटुडे)। जेल में निरुद्ध बंदी सदैव सकारात्मक विचार रखें, अपने जीवन को खुशहाल बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित रहे। वे जब जेल से बाहर जाएं तब एक प्रण लेकर जाएं कि अब कभी कोई अपराध या गलती नहीं करेंगे, अपने जीवन को उन्नति की ओर ले जाएंगे। यह उद्गार कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने जिला जेल रतलाम में निरुद्ध बंदियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।

कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमती सुनीता यादव, जनशिक्षण संस्थान की निर्देशक सुश्री कल्पना पुरोहित, जेल अधीक्षक आर.आर. डांगी, आरसेटी की निर्देशक सुश्री उषा फर्नांडिस आदि उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि जिला जेल में महिला बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना के तहत बंदियों के लिए आरसेटी केंद्र द्वारा 15 दिवसीय पेपर बैग तथा कपड़ा बैग निर्माण प्रशिक्षण, जनशिक्षण संस्थान द्वारा ब्यूटी पार्लर कोर्स प्रशिक्षण तथा पुरुष बंदियों के लिए घरेलू उपकरण सुधार प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है ताकि कारावास अवधि समाप्त होने के पश्चात जब कैदी बाहर निकले तो जीवन यापन के लिए रोजगार की समस्या नहीं रहे।

कलेक्टर ने कहा कि शासन का प्रयास है कि जेल से बाहर जाने के पश्चात व्यक्ति बेहतर जिंदगी जिए। उन्होंने कैदियों से कहा कि उन्हें जो भी रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण दिया जा रहा है, वह अच्छे से सीखें। यह प्रशिक्षण आपको डिप्रेशन से भी बचाएगा, कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित होंगे। कलेक्टर ने कैदियों से कहा कि गलत कार्यो से बचें, गलत विचारों से बचें, प्रण करें कि जेल से जब बाहर जाएंगे तब भी किसी गलत राह पर नहीं चलेंगे।

पुलिस अधीक्षक श्री तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जेल में निरुद्ध बंदी सदैव सकारात्मक विचारों के साथ अच्छा चिंतन करें, आत्म-नियंत्रण रखें। जीवन में सही राह चुने, संगति बहुत महत्वपूर्ण है जीवन में सदैव अच्छी संगति में रहे। कार्यक्रम में सुश्री उषा फर्नांडीस ने अपने उद्बोधन में महिला बंदियों को दिए जा रहे रोजगार उन्मुख प्रशिक्षण की जानकारी दी। कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमती सुनीता यादव ने मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना के तहत आयोजित किए जा रहे उक्त प्रशिक्षण के बारे में बताया।

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