जिला अस्पताल में गंदगी सातवे आसमान,स्वच्छ भारत अभियान की उड़ती धज्जिया
रतलाम,22 मई (इ खबरटुडे)। प्रदेश सरकार और प्रशासन भले अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं के कितने ही दावे करता हो लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिलकुल विपरीत है। गरीब मजबूर के लिए बने जिला अस्पतालों का हाल देखकर बदहाल चिकित्सा सेवाओं का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। जहां चिकित्सक मरीजों को स्वच्छता रखने की सलाह देते हैं, उसी जिला अस्पताल में गंदगी के अंबार लगे हैं।
जिस स्थान पर शुद्ध पेयजल की टंकी स्थित है, उसी के पास कूड़े का ढेर गंदे पानी का निकास हो रहा है ,मरीज अपने बच्चे शौच भी अस्पताल परिसर के बाहर खुले में ही करवा रहे है। रतलाम जिला अस्पताल में फैली बदहाली को देखकर साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहाँ आने वाले बीमार मरीजों को क्या हाल होता होगा जब ये जिला अस्पताल ही खुद बीमार दिख रहा है।
जहां पर कूड़े में इस्तेमाल की हुई चिकित्सा सामग्री भी पड़ी रहती है। पूरे अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था पर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। अस्पताल परिसर में स्थित पार्क में भी गंदगी पड़ी रहती है। मरीज यहां सुबह के समय अस्पताल के सफाई कर्मचारी सारा कूड़ा एकत्र करके के अस्पताल के निकट उड़ेल देते हैं। इसके बाद यहां से कूड़ा उठवाने पर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।