चीनी ऐप बैन होने से भारतीय कंपनियों की चांदी, कर्मचारियों को भी मिल रही मोटी सैलरी
नई दिल्ली,11 जुलाई (इ खबरटुडे)। पिछले दिनों मोदी सरकार की तरफ से 59 चीनी ऐप बैन किए गए थे। इसमें लोकप्रिय ऐप टिकटॉक भी था। इसके बैन होने के बाद टिकटॉक के कॉम्पटीटर्स को खूब फायदा हो रहा है। भारत में अब Mitron, Trell, RheoTV, Aiisma, Loco और Rooster जैसे ऐप्स को ना सिर्फ ढेर सारे यूजर मिल रहे हैं, बल्कि एक से बढ़कर एक टैलेंट भी मिल रहा है।
घरेलू ऐप डेवलपर्स ने शुरू की भर्तियां
चीनी ऐप्स बैन होने की वजह से भारत में ऐप के बाजार में बहुत सारे मौके निकल आए हैं। ऐसे में घरेलू ऐप डेवलपर्स ने लोगों की भर्तियां शुरू कर दी हैं। उनके पास ऐप बनाने वालों के खूब सारे रेज्यूमे पहुंच रहे हैं। यानी एक बात तो तय है कि चीनी ऐप्स बैन होने से भारतीय ऐप्स के लिए बाजार मिल गया है।
लोग ढूंढ रहे मेड इन इंडिया ऐप्स
कुछ भारतीय फर्म का कहना है कि वह कोरोना वायरस की महामारी के बावजूद इस वित्त वर्ष के खत्म होने तक अपनी टीम को बढ़ाकर दोगुना करने की योजना बना रहे हैं। कंपनियों का कहना है कि उनके यूजर्स में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है, जिसकी वजह से उन्हें अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ानी ही होगी।
फायदा हो रहा है भारतीय कंपनियों को
जब से सरकार ने 59 चीनी ऐप बैन किए हैं, तब से लेकर अब तक सिर्फ गेम स्ट्रीमिंग ऐप Rheo TV के डाउनलोड बढ़कर दोगुने हो चुके हैं। Rheo TV के फाउंडर सक्षम केशरी कहते हैं कि इसकी वजह चीनी ऐप का बैन होना भी है और कोरोना वायरस भी, क्योंकि अब लोग अधिकतर समय घरों में बिता रहे हैं और इन ऐप्स का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। वीडियो ऐप Trell के को-फाउंडर पुलकित अग्रवाल कहते हैं कि वह साल के अंत तक अपनी टीम का साइज 100 कर्मचारियों तक करने वाले हैं। उनके पास पहले ही 200 से अधिक रेज्यूमे पहुंच चुके हैं।
मिल रही है मोटी सैलरी
लॉन्गहाउस कंसल्टिंग के मैनेजिंग पार्टनर अंशुमान दास कहते हैं कि भारतीय ऐप कंपनियों से बातचीत जारी है। मिड सीनियर रोल के लिए 60-70 लाख रुपये का पैकेज दिया जा रहा है। Rooster करीब 10 इंजीनियर हायर करने की सोच रहा है, जिनकी औसतन सैलरी 15-18 लाख रुपये होगी।