November 20, 2024

कर्नाटक : बागी विधायक अब ले जाया जा रहा है मुंबई से गोवा, कांग्रेस-जेडीएस कर रही सरकार बचाने की हर कोशिश

नई दिल्ली,09 जुलाई (इ ख़बर टुडे)। कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार का संकट गहराता जा रहा है. निर्दलीय विधायक एच नागेश ने भी गठबंधन का साथ छोड़ दिया है, जिन्हें हाल में मंत्री बनाया गया था. बीजेपी नेता येदियुरप्पा के निजी सचिव पहले दिन से बाग़ी विधायकों के साथ देख रहे हैं और सोमवार को कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार ने आरोप लगाया कि नागेश को बीजेपी के लोग ज़बरदस्ती उठा ले गए. इस बीच कांग्रेस और जेडीएस के सभी मंत्रियों से इस्तीफ़ा लिया गया ताकि विद्रोहियों को जगह दी जा सके. वहीं असंतुष्ट विधायक मुंबई से गोवा के लिए निकल गए.

राज्य की 13 महीने पुरानी सरकार को बचाने के प्रयास में मंत्रिमंडल में फेरबदल के कदम पर विद्रोही खेमे से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. कांग्रेस की राज्य इकाई के नेता राजीव गौड़ा के अनुसार यूपीए अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा है कि उन्हें ‘‘पूरा पूरा विश्वास” है कि अगले दो दिनों में चीजें सामान्य हो जाएंगी. उधर, कर्नाटक में गठबंधन सरकार के बागी विधायक और निर्दलीय विधायक सोमवार को मुंबई छोड़ गोवा के लिये रवाना हो गए. कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर अब सबकी निगाहें गोवा पर टिक गई हैं.
सूत्रों ने बताया कि उनके साथ मुंबई भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष मोहित भारतीय भी हैं. बेंगलुरू में जेडीएस के सूत्रों के अनुसार पार्टी विधायकों को शहर के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक रिसॉर्ट ले जाया गया है.विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार यदि 13 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लेते है तो सत्तारूढ़ गठबंधन को बहुमत खोने के खतरे का सामना करना पड़ सकता है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने 13 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद राज्य की कांग्रेस- जेडीएस सरकार के संकट में आने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में सोमवार को कहा कि उन्हें ‘‘राजनीतिक घटनाक्रमों” को लेकर ‘‘कोई भय” नहीं है और वह अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने पर ध्यान दे रहे हैं.
इस बीच बीजेपी ने कुमारस्वामी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘अल्पमत’ में है. पूर्व उपमुख्यमंत्री आर अशोक ने कहा, ‘‘अगर उनमें कोई सम्मान और आत्मसम्मान बचा है, या अगर उन्हें कर्नाटक की संस्कृति और परंपराओं के बारे में पता है, तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए.
कांग्रेस ने सरकार बचाने के लिए कदम बढ़ाते हुए उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर के निवास पर यहां बैठक की जिसमें कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. बाद में मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर बताया, ‘‘जद (एस) के सभी मंत्रियों ने भी कांग्रेस के 21 मंत्रियों की तरह इस्तीफे दे दिये हैं. मंत्रिमंडल में जल्द ही फेरबदल होगा.”
गठबंधन सरकार में में 34 मंत्री पदों में से कांग्रेस और जद (एस) के पास क्रमश: 22 और 12 मंत्री पद थे. वेणुगोपाल ने कहा है कि पार्टी हर चीज पर चर्चा के लिए तैयार है और जिन विधायकों ने इस्तीफे दिये है, उन्हें लौट आना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘ हमें विश्वास है कि वे लौटेंगे.”
यह मामला संसद में भी उठाया गया जहां केंद्र सरकार ने इस राजनीतिक गतिरोध में अपनी भूमिका से इनकार किया जबकि कांग्रेस ने उस पर साजिश रचने का आरोप लगाया. लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा इस्तीफा अभियान शुरू किया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के बड़े नेता इस्तीफा दे रहे हैं.”

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