इंदौर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई-अड्डे का रास्ता साफ
इन्दौर,१४ अप्रैल(इ खबरटुडे)। केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री अजीत सिंह ने आज इंदौर में देवी अहिल्या बाई होल्कर हवाई अड्डे पर 135 करोड़ रुपए लागत के नये एकीकृत टर्मिनल भवन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस टर्मिनल और हवाई अड्डे पर हुए अन्य कार्यों के बाद अब इसे अंतर्राष्ट्रीय हवाई-अड्डे में तब्दील किये जाने का रास्ता साफ हो गया है। मौके पर मौजूद मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी जिलों में हवाई-पट्टी बनवायी जाने का ऐलान किया।
केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह ने माना कि इंदौर प्रदेश की औद्योगिक नगरी होने के साथ ही संस्कृति समृद्ध शहर भी है। इसके चलते यहाँ आवागमन की सभी जरूरी सुविधाएँ उपलब्ध होना वक्त की अहम जरूरत है। उनका कहना था कि मौजूदा दौर में विमानन गतिविधियों का आला दर्जे का होना जरूरी है ताकि कम समय मे आवागमन हो सके।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उम्मीद जताई कि इंदौर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्मित किये जाने पर यहाँ की औद्योगिक गतिविधियाँ और तेजी से विकसित हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि इस अंचल में उत्कृष्ट श्रेणी के साग-सब्जी, फल-फूल आदि पैदा हो रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बन जाने पर यहाँ के किसानों के उत्पादों को विश्व के देशों में भेजा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इंदौर को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा हर-संभव सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के लगभग सभी बड़े एवं प्रमुख स्थानों को हवाई सेवा से जोड़ा जा चुका है। इसी तरह जिलों में हवाई पट्टी बनाने के फैसले पर अमल शुरू हो चुका है और आधे जिलों में यह काम पूरा भी हो चुका है।
कार्यक्रम में केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इंदौर नगर को ‘‘देश की आर्थिक सेटेलाईट राजधानी’’ बनाने का वक्त आ गया है। सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा कि इंदौर देश का बढ़ता हुआ औद्योगिक नगर है। इसलिए इंदौर को आवागमन की समस्त सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिये उनके द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
एकीकृत टर्मिनल की खासियत
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा 135 करोड़ रूपये की लागत से नवनिर्मित एकीकृत टर्मिनल भवन वक्ररेखी छत रूप में सौन्दर्य पूर्ण संरचनात्मक आकार का है। यह सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। भवन एन.आई.टी.बी. 18 हजार वर्ग फीट के क्षेत्र में फैला है। इसी के निकट दो हैक्टेयर का क्षेत्र, कार पार्किंग (लगभग 450 कारों और 10 बसों) तथा लैंडस्केपिंग निर्माण के लिये शहर की ओर निर्दिष्ट किया गया है।
एन.आई.टी.बी. का व्यस्ततम समय में 700 यात्रियों की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए निर्माण किया गया है। इसमें अंतरदेशीय उड़ानों के लिये 500 और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिये 200 यात्रियों के आगमन और प्रस्थान की व्यवस्था है। इस भवन में 16 जाँच काउन्टर, 14 आप्रवासक काउन्टर, 4 सीमा शुल्क काउन्टर, तीन लम्बे सामान दावा कन्वेयर बेल्ट (प्रत्येक 90 मीटर), 6 स्वचलित सीढ़ियाँ और एप्रन की ओर सी, डी, एवं ई श्रेणी वाले 12 विमान को ठहराया जा सकता है।
हवाई अड्डे के प्रस्तावित विस्तार को ध्यान में रखते हुए भविष्य में किये जाने वाले कार्यों का निर्धारण भी हो गया है। अंतर्राष्ट्रीय कार्गों काम्पलेक्स का निर्माण करवाया जाएगा। रनवे के 9000 से 11000 फीट का विस्तारीकरण ई श्रेणी के विमान संचालन हेतु किया जाएगा। इसी प्रकार 6 अतिरिक्त पार्किंग वे और समानांतर टैक्सी वे का निर्माण भी होगा। नये तकनीकी भवन में फायर स्टेशन, एम.टी.पुल और मेडीकल सेंटर भी बनेंगे।
कार्यक्रम में महापौर श्री कृष्णमुरारी मोघे, सांसद श्री कांतिलाल भूरिया, अन्य जन-प्रतिनिधि, विमान पत्तन प्राधिकरण एवं प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।