April 20, 2024

तरक्की के लिए शिक्षा को आधार बनाए

अपाक्स संगठन ने डॉ. अम्बेडकर की जयंती मनाई

            रतलाम 14 अप्रेल (इ खबरटुडे)। अपाक्स संगठन, रतलाम की जिला इकाई ने आज जवाहर नगर स्थित धोलावड़ कार्यालय परिसर में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाते हुए ‘‘आज की स्थिति और डॉ. अम्बेडकर’’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी का शुभारंभ बाबा साहेब अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में धार जिले के कुक्षी में पदस्थ अनुविभागीय अधिकारी(पीएचई) पी.के. गोगादे उपस्थित थे। संगोष्ठी की अध्यक्षता अपाक्स संगठन अध्यक्ष  बी.जी. पाटीदार ने की।

संगोष्ठी के विषय पर संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री गोगादे ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में भी डॉ. अम्बेडकर प्रासंगिक है। उनके द्वारा कही गई बात शिक्षित बनो, संगठित बनो तथा संघर्ष करों पर अमल कर ही मंजील पाई जा सकती है। उन्होने कहा कि हमे सदैव आगे बढ़ने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होने कहा कि अपाक्स संगठन सदस्यों के पुत्र पुत्रियों के केरियर मार्गदर्शन के लिए एक सेल भी बनाए। संगोष्ठी में अध्यक्षता करते हुए श्री पाटीदार ने कहा कि बाबा साहब ने प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूूद संघर्ष कर वर्षो से समाज के दबे कुचले लोगो की भलाई के लिए काम किया। उन्होने कहा कि आज भी हमे अन्याय के खिलाफ एकजूट होकर संघर्ष करने की आवश्यकता है। उन्होने समाज के अन्य साथियों से आव्हान किया कि वे धर्मान्धता एवं कुप्रथा के कुचक्र से बाहर निकल कर वास्तविकता को देखे। संगठन सचिव श्री एस.एस. चैहान ने अपने संबोधन में कहा कि महापुरूषों की जयंती मनाने का उद्देश्य केवल कार्यक्रम आयोजन तक ही सिमित नही होता है बल्कि उनके बताए मार्ग पर चलने की पे्ररणा अर्जित करना होता है। उन्होने कहा कि समाज में समानता होना चाहिए। समानाता के लिए हर क्षेत्र में आरक्षण जरूरी है। श्री कैलाश महावर ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब केवल दलितो के ही नही बल्कि समस्त पीड़ितों के मसीहा है। संगठन के कोषाध्यक्ष श्री अनिल चन्देलकर ने अपने संबोधन में कहा कि अनुसूचित जातियों, जनजातियों एवं पिछड़ा वर्ग के लोगों को अपनी बौद्धिक क्षमता का विकास कर योग्यता हासिल कर हरेक चुनौती का सामना करना चाहिए।

इस अवसर पर श्री एम.एल.पटेल, श्री तन्मय चैहान, श्री विनोद बौरासी तथा श्री बी.एल. धमानिया ने भी संगोष्ठी में भाग लिया। उपस्थित जनों के प्रति आभार प्रदर्शन श्री बाबूलाल परमार ने किया। इस मौके पर श्री हीरालाल जेतपुरी, श्री सुरेश वर्मा, श्री आर.सी. रेवासिया, श्री शौकत अली तथा श्री मुन्नालाल पटेल भी उपस्थित थे।

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