December 23, 2024

आम मंहगा, लेकिन रस सस्ता

fruit

धड़ल्ले से बेच रहे हैं मिलावटी रस, हो सकता है स्वास्थ्य खराब

रतलाम,28 अप्रैल (इ खबरटुडे)। बाजार में फल भले ही महंगे हों लेकिन जूस सस्ता मिल रहा है। एक गिलास जूस पांच, 10 और15 रुपए में बेचा जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि या तो जूस के नाम पर मिलावट की जा रही है या फिर सड़े-गले फलों का जूस सस्ते दामों पर उपलब्ध कराया जा रहा है। जूस विक्रेता भले ही आमजनता की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हों मगर खाद्य एवं औषधि विभाग इससे अनभिज्ञ है। 

शहर में गर्मी पर जूस की मांग को देखते हुए तकरीबन एक दर्जन से अधिक जूस सेंटर खुल गए हैं, लेकिन इन पर मिलने वाले जूस की गुणवत्ता क्या है, इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। मुसीबत की बात तो यह है कि सेंटर संचालक कई बार उपभोक्ताओं के सामने जूस तैयार नहीं करते और पहले से तैयार किया हुआ जूस उपलब्ध करा देते हैं। ऐसा होने से जूस पर संदेह तो होता ही है साथ में लोगों की सेहत से खिलवाड़ होने की संभावना भी रहती है।

इन दिनों बाजार में आम 60 रुपए किलो, अंगूर 50 रुपए किलो, मौसंबी 60 से 70 रुपए किलो, अनार 100 रुपए किलो बेचा जा रहा है, इनके दाम आसमान छू रहे हैं, मगर इसके बाद भी जूस संचालक उपभोक्ताओं को 10 से 15 रुपए में उपलब्ध कर रहे हैं, वह भी 100 प्रतिशत शुध्द होने का दावा करके।

मिल्क पाउडर और सेकरीन का गोरखधंधा

 बाजार में मेंगो शेक , संतरे और नांरगी का रस बेचने के लिए सड़कों पर एक दर्जन से यादा लोग जूस स्टॉल लगाकर बैठ गए हैं, ये संचालक एक गिलास जूस दस से 15 रुपए में बेच रहे हैं, चाहे वह मिल्क शेक हो या फिर मेंगो, मगर इसे पीने के बाद अहसास ही नहीं होता कि यहां था क्या। न तो उसमें मेगो का स्वाद होता है और न ही मिल्क का, वास्तव में उसमें मिल्क पाउडर और सेकरीन से तैयार किया गया पेय मिस्क होता है, जिसे पीने से सेहत को कुछ  देर के लिए ठंडाई मिलती है, लेकिन बाद में विपरीत असर पड़ता है।  दुकानदार पहले से सड़े और गले फलों को काटकर फ्रिज या फिर फ्रीजर में रख लेते हैं, जैसे ही आर्डर होता है, वे जूस तैयार कर देते हैं, इसका ग्राहकों को अहसास भी नहीं होता। इसके अलावा शहर में कुछ आइसक्रीम विक्रेता खाने के रंग  का उपयोग कर रहे हैं, वे रंग बिरंगी आइस्क्रीम बनाने में केमिकल्स का सहारा ले रहे हैं।

लिवर, पेटदर्द और अल्सर जैसी बीमारियां

 चिकीत्सक महेश मोर्य का कहना है कि सेकरीन, केमिकल्स युक्त, मिल्क पाउडर का यादा उपयोग करने से सेहत बिगड़ सकती है, लिवर, पेट दर्द और अल्सर जैसे बीमारियां हो सकती हैं।

विभाग ने अब तक नहीं लिए सेंपल- खाद्य एवं औषधि विभाग बाजार में मिलावटी बेचे जा रहे जूस और शीतल पेयों से बेसुध है। अब तक विभाग की ओर से कोई भी ऐसी कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे जूस सेंटर संचालकों में किसी प्रकार का डर व्याप्त हुआ हो, कार्रवाई होने से संचालक भी बैखौफ होकर शीतल पेय पदार्थ बेच रहे हैं।

 

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