हिरासत में हार्दिक पटेल, सूरत व अहमदाबाद में इंटरनेट सेवा बंद
अहमदाबाद,19 सितम्बर (इ खबरटुडे)। पुलिस ने आज पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को उनके 35 समर्थकों के साथ वरछा क्षेत्र से हिरासत में ले लिया जो अधिकारियों से पूर्व अनुमति लिए बिना ‘एकता यात्रा’ में शामिल होने की कोशिश कर रहे थे. सूरत के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा, ‘हमने हार्दिक पटेल को उनके 35 समर्थकों को आज उनकी रैली से पहले शहर के वरछा क्षेत्र में मंगध चौक से हिरासत में ले लिया.’ अस्थाना ने कहा, ‘उन्हें कानून व्यवस्था के हित में हिरासत में लिया गया क्योंकि उन्होंने इस रैली में शामिल होने के लिए राज्य अधिकारियों से कोई अनुमति नहीं ली थी.’
हार्दिक पटेल को हिरासत में लिये जाने के बाद एहतियातन गुजरात के दो बडे शहरों अहमदाबाद व सूरत में अगले एक दिन के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक के आदेश पर इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है. हार्दिक अभी सूरत में ही पुलिस हिरासत में हैं. पिछली बार जब हार्दिक ने आंदोलन किया था, तो इंटरनेट का काफी प्रयोग हुआ था. उससे अफवाहें भी फैली थी. इसलिए राज्य प्रशासन ने इस बार यह कदम उठाया है.
उन्होंने बताया कि हार्दिक और अन्य को हिरासत में लेने के बाद पुलिस मुख्यालय ले जाया गया. पुलिस कार्रवाई की निन्दा करते हुए 22 वर्षीय नेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘गुजरात सरकार हमारी आवाज को दबाना चाहती है. वे हमें प्रताडित करना चाहते हैं. गुजरात सरकार और पुलिस राज्य में हिंसा चाहती है. कार्रवाई लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है.’ डांडी से अहमदाबाद तक रैली निकालने की अनुमति न मिलने के बाद हार्दिक ने एकता रैली के बारे में कल तक अपनी योजना गुप्त रखी थी.
इससे पहले हार्दिक के सहयोगी और सूरत में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक अल्पेश कठीरिया ने घोषणा की कि वे शहर के वरछा क्षेत्र में मंगध चौक से रैली निकालेंगे. गुजरात में पटेल समुदाय का जाना माना चेहरा बनकर उभरे हार्दिक ओबीसी कोटे के तहत पटेल समुदाय को आरक्षण दिये जाने की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं. पिछले दो हफ्तों में, हार्दिक ने दो बार ‘उल्टा डांडी मार्च’ निकालने की घोषणा की थी, लेकिन नवसारी जिला प्रशासन के अनुमति नहीं देने के कारण उन्होंने इसे रद्द कर दिया. हार्दिक 25 अगस्त को हुई रैली में अपने आक्रामक भाषण और उसके बाद राज्य में हुई हिंसा के कारण सुर्खियों में हैं. हिंसा में 10 लोग मारे गये थे.
गौरतलब है कि पाटिदार समुदाय को आरक्षण दिलाने की मांग के साथ हार्दिक पटेल कई बार सरकार को अल्टिमेटम दे चुके हैं. शुक्रवार को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर पटेलों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों की ओर से आंखें बंद करने का आरोप लगाते हुए, बिहार में ‘‘खेल बिगाडने’ की धमकी देते हुए बिहार में अगले महीने चार रैलियां करने की बात कही. बिहार में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं. हार्दिक ने कहा, ‘हम सभी का खेल बिगाड देंगे. हम उन्हें नहीं भूलेंगे जिन्होंने हमारे युवाओं को मारा है. पटेल समुदाय पर होने वाले अत्याचारों को लेकर भाजपा के किसी भी नेता ने एक शब्द भी नहीं बोला. हम अगले महीने बिहार में चार महा रैलियां करेंगे.’
हार्दिक ने कहा, ‘हम पाटिदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएस) के सभी 197 समन्वयकों के साथ गुजरात में इस रैलियों के संबंध में गहन चर्चा करेंगे. इसके अलावा मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से पटेल नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ता हमारे समुदाय की रैलियों को सफल बनाने के लिए जाएंगे.’ गुजरात के पाटिदार समुदाय के 22 वर्षीय नेता हार्दिक पटेल अपने समुदाय के लोगों को अन्य पिछडा वर्ग (ओबीसी) के तहत आरक्षण दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. हार्दिक ने 25 अगस्त को आयोजित बडी रैली के दौरान आक्रामक भाषण से हंगामा खडा कर दिया. उसके बाद पुलिस ने उसे कुछ देर के लिए हिरासत में लिया जिसके विरोध में हिंसा शुरू हो गयी. हिंसा में 10 लोग मारे गये.