सुषमा की डांट से बौखलाए पाक ने संघ, भाजपा का नाम उछाला
संयुक्त राष्ट्र,01 अक्टूबर(इ खबर टुडे)। महासभा के सालाना अधिवेशन में आतंकवाद को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की डांट से बौखलाए पाकिस्तान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा का नाम उछालकर बहस का रुख मोड़ने की कोशिश की। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत साद वराईच ने रविवार को कहा कि आज के असहिष्णु भारत में असहमति के लिए कोई जगह नहीं है।
उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर फासीवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आरएसएस हमारे क्षेत्र में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला फासीवाद का केंद्र है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिए बगैर साद ने कहा कि असम में रह रहे बंगाली अचानक से बेघर हो गए हैं।
इससे पहले भारत ने पाकिस्तान के उस “बेतुके आरोप” पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उसने कहा था कि पेशावर में 2014 में एक स्कूल पर हमला करने वाले आतंकियों को भारत का “समर्थन” प्राप्त था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए यह आरोप लगाया था।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की राजदूत ईनाम गंभीर ने अपने जवाब में कहा कि पाकिस्तान का यह आरोप आतंकवाद के शैतान से खुद को दूर रखने का प्रयास है, जिसे खुद उसने पैदा किया है।
गंभीर ने कुरैशी के बयान को “घृणास्पद आक्षेप” करार देते हुए कहा कि यह बयान हमले में मारे गए बच्चों की याद को अपमानित करना है। उन्होंने पाकिस्तान को याद दिलाया कि 2014 में स्कूली बच्चों पर हुए हमले से भारत को बेहद दुख और पीड़ा पहुंची थी।
गंभीर ने पूछा कि क्या पाकिस्तान इस बात से इन्कार कर सकता है कि वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित 132 आतंकियों और सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित 22 आतंकी संगठनों को पनाह और सुरक्षा दे रहा है। क्या पाकिस्तान इस बात से इन्कार कर सकता है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित हाफिज सईद उसके यहां खुलेआम घूम रहा है और चुनावों में उम्मीदवार उतार रहा है?
पाक ने संरा में उठाया कश्मीर मुद्दा
आतंकवाद के मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की डांट से बौखलाए पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठा दिया। पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने महासभा के 73वें सत्र में आम चर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि “अनसुलझा विवाद” दोनों देशों के बीच स्थायी शांति हासिल करने पर असर डाल रहा है। यह “मानवता के अंतःकरण पर धब्बा” है। उन्होंने कहा कि हम “समानता और आपसी सम्मान” के आधार पर नई दिल्ली के साथ संबंध चाहते हैं। हम गंभीर और व्यापक वार्ता के जरिये विवादों का समाधान चाहते हैं, जिसमें चिंता के सभी मुद्दे शामिल हों।
कुरैशी द्वारा कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर गंभीर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान की नई सरकार को यह साफ कर दिया है कि पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और आगे भी रहेगा।
बैठक रद होने पर
भारत ने पाकिस्तान के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि विदेश मंत्रियों की प्रस्तावित बैठक को भारत ने “फिल्मी आधार” पर रद कर दिया था। गंभीर ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादियों द्वारा हमारे सुरक्षा बलों की निर्मम हत्या फिल्मी लगती है।
मानवाधिकार के मुद्दे पर
मानवाधिकार के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरते हुए गंभीर ने कहा कि दुनिया को उपदेश देने से पहले उसे इसकी शुरुआत अपने घर से करनी चाहिए। वह अब भी अपने पुराने ढर्रे पर कायम है