December 25, 2024

सिंहस्थ का नाम,बर्बादी का काम लाखों के बांस के झुरमुट को बेतरतीब से उजाड़ा

baas
वन विभाग बोला नगर निगम के हैं,
उज्जैन,10 फ़रवरी (इ खबरटुडे)।सिंहस्थ के नाम पर बर्बादी का काम परवान चढ़ता दिख रहा है। एक नहीं, दो नहीं ऐसे कई उदाहरण सामने आ रहे हैं। जिसमें बर्बादी का मंजर साफ दिखाई देता है। न कोई योजना है और न ही कोई विचार। ऐसा ही मामला मंगलवार को भी दिखाई दिया।

ऊंचाई और मोटाई के बांस की कीमत काफी महंगी है
 देवास रोड पर पुलिस मेस तिराहे पर लंगर पेट्रोल पंप के सामने वाले हिस्से में तिराहे के मुहाने पर चौड़ीकरण के लिये दोपहर के समय लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार ने जेसीबी के माध्यम से यहां लगे बड़े-बड़े बांस के झुरमुट को बेतरतीब उजाड़ा।अच्छे-खासे बांस तोड़ दिये गये। यही बांस अगर बाजार में खरीदी करने जाएं तो इस ऊंचाई और मोटाई के बांस की कीमत काफी महंगी है।
मकान निर्माण और अन्य कई कार्यों के लिये उपयोग में इस तरह के बांस लिये जाते हैं। सैकड़ों बांस झुरमुट में तबाह किये गये। इसे लेकर जब वन विभाग एसडीओ से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि कभी यह रोपण वन विभाग ने किया था। बाद में नगर निगम की ज मेदारी में यह दिया गया था। वैसे भी यह नगर निगम के अधिकार क्षेत्र का मामला है।
 बांस सिंहस्थ क्षेत्र में संतों के भी काफी उपयोगी साबित हो सकते थे-योगेन्द्रसिंह पटेल
 नगर निगम के उपायुक्त उद्यान योगेन्द्रसिंह पटेल से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि इस मामले में हमने लोक निर्माण विभाग को जिमेदारी सौंपी थी, उनसे चर्चा की जायेगी। विभागीय तालमेल का अभाव साफतौर पर बांस के झुरमुट को उजाडऩे पर नजर आ रहा है। सिंहस्थ के दरमियान अगर गरीबों को ये बांस काटकर ले जाने की अनुमति दे दी जाती तो कई गरीबों के झोपड़े मजबूत हो सकते थे। यही नहीं ये बांस सिंहस्थ क्षेत्र में संतों के भी काफी उपयोगी साबित हो सकते थे। हालिया स्थिति में तो बर्बादी का यह काम साफतौर पर देखा गया है।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds