शहरी पड़त जमीन नजूल भूमि घोषित होगी
मुस्तैदीपूर्वक अपने अधिकारों का उपयोग करें
कलेक्टर डा.गोयल राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में दी नसीहत
रतलाम,17 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। कलेक्टर डा.संजय गोयल ने जिले के समस्त राजस्व अधिकारियों के जिले में किए जा रहे कार्याें की समीक्षा करते हुए उन्हें नसीहत दी है कि वे मुस्तैदीपूर्वक अपने अधिकारों का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि शासन के कल्याणकारी योजनाओं को संचालित किए जाने में आवश्यक राशि की वसूली के लिए राजस्व अधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। डा.गोयल ने शहरी क्षेत्र के आसपास रिक्त पडी हुई जमीन या कि अतिक्रमित जमीन को मुक्त कराकर नजूल भूमि घोषित कराने हेतुे प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं।बैठक में राजस्व विभाग,भूअभिलेख,देवस्थान, खनिज,खाद्य एवं अनुशासनात्मक संबंधी लंबित प्रकरणों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर डा.संजय गोयल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित राजस्व विभाग के अधिकारियों को विभिन्न प्रकार की राजस्व वसूली के प्रकरणों में तेजी लाने को कहा है।उन्होंने अपेक्षित राजस्व वसूली न होने अथवा संबंधितों के द्वारा बकाया राशि नहीं चुकाने पर उनके विरूद्ध राजस्व पुस्तिका परिपत्र के प्रावधानों के मुताबिक सख्त कार्यवाही करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए।डा.गोयल ने कहा कि जिन लोगों ने लीज पर पट्टे ले रखें हैं,उनके द्वारा यदि विगत तीन वर्षांे से भू-भाटक कर जमा नहीं किए जा रहे हैं,तो पट्टों की लीज निरस्त करने की कार्यवाही दृढतापूर्वक की जाएं।
डायवर्शन पर पटवारियों को प्रमाण पत्र देना होगा
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि जिले के विभिन्न शहरों में कृषि भूमि का डायवर्शन किया जा कर विभिन्न कालोनियों विकसित की जा रही है,जिसकी समुचित राशि विधिवत वसूल की जा कर जमा कराई जानी चाहिए। आवश्यक है कि ऐसी भूमियों का डायवर्शन पंजी के साथ भौतिक सत्यापन कराया जाए।कलेक्टर ने भू-अभिलेख अधिकारियों को इसके लिए सतत निरीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध मंे पटवारियोेें की बैठक लेने एवं भूमि के डायवर्शन एवं आवश्यक नियमानुसार कार्यवाही एवं वसूली संबंधी प्रमाण पत्र पटवारियों से प्राप्त करने के निर्देश दिए।
नोटिस तामील कराने पर प्रोत्साहन राशि मिलेगी
कलेक्टर डा.गोयल ने अपेक्षाकृत रूप से कम राजस्व वसूली पर बैठक में अप्रसन्नता व्यक्त की। राजस्व अधिकारियों द्वारा बताया गया कि बैंकों के द्वारा राजस्व वसूली के मामले में संबंधितों के नाम एवं पते पूर्ण नहीं होते जिससे नोटिस तामीली में दिक्कत आती है। डा.गोयल ने लीड बैंक अधिकारी को सभी बैंकों को सही पतों का उल्लेख करने संबंधी निर्देश जारी करने की हिदायत दी। बैठक में निर्णय लिया गया कि पांच लाख रूपए से अधिक राशि के नोटिस की तामीली पर तामीलकर्ता कर्मचारी को बीस रूपए एवं एक लाख रूपए से अधिक के नोटिस पर तामीलकर्ता को दस रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
जाति प्रमाण पत्र जारी करने में तेजी लाएं
राजस्व अधिकारियों की बैठक में प्रत्येक अनुभाग और तहसीलवार जाति प्रमाण पत्र जारी किए जाने संबंधी प्रकरणों की समीक्षा की गई। कलेक्टर द्वारा समस्त राजस्व अधिकारियों को ताकीद किया गया कि जाति प्रमाणपत्र जारी करने की कार्यवाही सतत एवं त्वरित गति से हो।उल्लेखनीय है कि अनुविभागयी अधिकारी राजस्व रतलाम शहर के कार्यालय में 13 हजार प्रकरण एवं अनुविभागीय अधिकारी रतलाम ग्रामीण के कार्यालय के कार्यालय में 10 हजार से अधिक प्रकरण लंबित है।
बैठक में एडीएम कैलाश वानखेड़े,संयुक्त कलेक्टर विनयकुमार धोका एवं समस्त राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।