मुंबई टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को हराया,विराट मैन ऑफ द मैच
मुंबई,12 दिसम्बर (इ खबर टुडे)। मुंबई टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को एक पारी और 36 रन से हराकर सीरीज पर कब्जा जमा लिया है. इसके साथ ही भारत ने सीरीज में 3-0 से अजेय बढ़त बना ली है. खेल के पांचवें दिन इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 195 रन पर ही सिमट गई. टीम इंडिया की पहली पारी में 231 रनों की बढ़त हासिल थी. भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज आर अश्विन रहे ने 6 विकेट झटके, वहीं रवींद्र जडेजा ने दो विकेट, जयंत यादव और भुवनेश्वर कुमार ने एक-एक विकेट हासिल किया.पांचवें दिन इंग्लैंड के विकेट
खेल के पांचवें दिन भारतीय टीम को पहली सफलता आर अश्विन ने पहले ओवर की आखिरी गेंद पर दिलाई, जब उन्होंने हाफ सेंचुरी बनाकर खेल रहे जॉनी बेयरस्टॉ को 51 रन पर LBW आउट कर दिया. बेयरस्टॉ ने रीव्यू लिया, लेकिन रीप्ले में ऑफ स्टंप को हिट करती हुई दिखी और थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर के फैसले को बरकरार रखा. इसके बाद इंग्लैंड को आठवां झटका भी लग गया, जब अश्विन ने क्रिकेस वॉक्स 0 को अपना चौथा शिकार बना लिया. वॉक्स बोल्ड किया.नौवां और दसवां विकेट भी अश्विन ने झटका. इस टेस्ट मैच दो पारियों में अश्विन ने कुल 12 विकेट झटके.
विराट और जयंत ने रचा इतिहास
मुंबई टेस्ट मैच के चौथे दिन कप्तान विराट कोहली और जयंत यादव ने इतिहास रचा. कोहली ने शानदार 235 रनों की पारी खेली. अपने टेस्ट करियर का तीसरा दोहरा शतक लगाया. इसके अलावा युवा खिलाड़ी जयंत यादव ने बेहतरीन 104 रनों की पारी खेली. उन्होंने अपने करियर का पहला शतक लगाया.
कोहली और जयंत यादव के बीच हुई रिकॉर्ड साझेदारी
कप्तान कोहली और ऑलराउंडर जयंत यादव ने आठवें विकेट की साझेदारी का 20 साल पुराना भारतीय रिकॉर्ड तोड़ा. इन दोनों के बीच आठवें विकेट के लिए 241 रनों की साझेदारी हुई. उन्होंने 1996-97 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मोहम्मद अजहरुद्दीन और मौजूदा हेड कोच अनिल कुंबले के बीच 161 रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड तोड़ा. आठवें विकेट के लिए साझेदारी का वर्ल्ड रिकॉर्ड इयान ट्रॉट और स्टुवर्ट ब्रॉड के बीच है. इन दोनों ने 2010 में पाकिस्तान के खिलाफ लॉर्ड्स में 332 रनों की साझेदारी निभाई थी.
500 से ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज
विराट कोहली अपनी दोहरे शतक की पारी के दौरान एक सीरीज में 500 से अधिक टेस्ट रन बनाने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बने. उनसे पहले यह कारनामा सुनील गावस्कर दो बार कर चुके हैं. 1978-79 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 732 रन और 1981-82 में इंग्लैंड के खिलाफ 500 रन.कोहली से पहले केवल दो भारतीय कप्तानों ने एक कैलेंडर साल में 1000 से अधिक टेस्ट रन बनाए हैं. सचिन तेंदुलकर ने 1997 में जबकि राहुल द्रविड़ ने 2006 में यह कारमाना किया था.