September 22, 2024

मरीजों की जान से खिलवाड़ अक्षम्य अपराध – कलेक्टर

एएनएम दीपमाला खरे निलम्बित
 
रतलाम 23 जुलाई(इ खबरटुडे)।जीवन दान देने वाले संस्थान में कार्यरत कर्मचारियों की लापरवाही से यदि किसी की जान चली जाती हैं तो इससे बड़ा कोई अपराध नहीं और उसके लिये क्षमा की कोई गुंजाईश नहीं। कलेक्टर ने आज जिला स्वास्थ्य समिति सह समीक्षा बैठक में अर्चना की मृत्यु हो जाने की पड़ताल के दौरान उसके पति जितेन्द्र के द्वारा बैठक में निरंतर निवेदन के बाद भी एएनएम के द्वारा लापरवाही बरतने के कारण एएनएम दीपमाला खरे को निलम्बित करने के निर्देश दिये।

ड्युटी टाईम में मोबाईल प्रतिबंधित रहेगा
बैठक में कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. वंदना खरे को निर्देशित किया कि अस्पताल में ड्युटी के दौरान मोबाईल ले जाना तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाये। कलेक्टर ने बैठक में मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर के कारणों की एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के स्तर तक पड़ताल करने के निर्देश दिये ताकि आवश्यक उपचारात्मक प्रबंध किये जा सकें।
बैठक में आज जिले में प्रसव के दौरान होने वाली गर्भवती माताओं की मृत्यु एवं शिशुओं की मृत्यु के कारणों की गम्भीरतापूर्वक पड़ताल की गई। कलेक्टर के निर्देश पर अप्रैल 2016 से अब तक हुई इस प्रकार की मृत्यु के कारणों कों खोजने के लिये संबंधित परिजनों को भी बैठक में बुलाया गया था। जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान मृत श्रीमती अर्चना के पति जितेन्द्र के द्वारा बताया गया कि उसकी पत्नि को आठ माह का गर्भ था। अस्पताल में उसे समुचित उपचार उपलब्ध नहीं कराया गया। अर्चना को तकलीफ होने पर वह निरंतर ड्युटी स्थल पर कार्यरत एएनएम से आवश्यक उपचार कराने के लिये निवेदन करता रहा किन्तु नर्स दो घण्टे तक मोबाईल चलाती रही और उसने उसकी एक न सुनी अन्ततः पीडा इतनी बढ़ गई कि उसका उपचार न हो सका और उसकी मृत्यु हो गई। जितेन्द्र ने बताया कि वह एएनएम को देखकर उसकी पहचान कर सकता है। कलेक्टर ने तत्काल सिविल सर्जन को साथ में ही दिनांक 7 एवं 8 मई 2016 की दरमियानी रात को कार्यरत नर्सो को अस्पताल में बुलाने के निर्देश दिये। उन्होने जितेन्द्र को डिप्टी कलेक्टर अनिल कुमार भाना के साथ एएनएम की पहचान के लिये अस्पताल पहुचाया। अनिल भाना ने बैठक में ही लौट कर रिपोर्ट प्रस्तुत की।कलेक्टर ने तत्काल एएनएम दीपमाला खरे को निलम्बित करने के साथ ही विभागीय जॉच के निर्देश सीएमएचओ को दिये।
गर्भवती माताओं की मृत्यु की जॉच हेतु समिति गठित
कलेक्टर ने मृतक गर्भवती माताओं खाचरौद की श्रीमती मंगुबाई, रतलाम की श्रीमती अर्चना जितेन्द्र एवं श्रीमती पुजा की मृत्यु के कारणों की जॉच के लिये तीन डॉक्टरों की कमिटी गठित करने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा हैं कि कमिटी में रतलाम जिले के बाहर के चिकित्सकों को सम्मिलित किया जाये। समिति के द्वारा तीनों प्रकरणों की केश स्टेडी कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जायेगी। समिति द्वारा गर्भवती माताऐं अस्पताल में कब आयी, उन्हें कब-कब, क्या-क्या उपचार दिया गया इसकी विस्तारपूर्वक जॉच की जायेगी। कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देशित किया कि समिति गठित होने के एक सप्ताह में रिपोर्ट अनिवार्य रूप से प्रस्तुत कर दी जाये।
शतप्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराये जायें
बैठक में शिशु मृत्यु दर की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने अप्रैल से जून 2016 तीन तक की अवधि में 195 नवजात शिशुओं की मृत्यु पर चिंता जताई। उन्होने निर्देशित किया कि शतप्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराया जाये। किसी भी प्रकार की जटिलता की स्थिति में याकि उपचार की आवश्यता होने पर नवजात शिशुओं को अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं किया जाये ताकि उनकी जान बचायी जा सकें। उन्होने समय से पूर्व होने वाले प्रसवों पर भी चिंता जताई और निर्देशित किया कि एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को गर्भवती माताओं की समय-समय पर होने वाली जॉचों को समुचित प्रकार से करने के लिये ताकिद किया जाये।
25 जुलाई से चलेगा टीकाकरण अभियान
बैठक में बताया गया कि 25 जुलाई से 6 अगस्त 2016 तक शालेए आगंनवाड़ी केच-अप अभियान सम्पूर्ण रतलाम जिले में चलाया जायेगा। इसके लिये शिक्षा विभाग के समन्वय से सभी बच्चों को आवश्यक टीके लगाये जायेगे। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान के समन्वयक एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया हैं कि वे नियत दिनांक को बच्चों को हरहाल में शाला तक पहुॅचना सुनिश्चित करवाये ताकि उन्हें टीके लगाये जा सकें।
प्रसुताओं को जननी एक्सप्रेस उपलब्ध कराने के लिये एक कर्मचारी तैनात करें 
बैठक में अस्पतालों में प्रसव के उपरांत प्रसुताओं एवं नवजात शिशुओं को सुरक्षित रूप से घर तक पहुॅचाने के लिये उपलब्ध जननी एक्सप्रेस का समुचित लाभ हितग्राहियों को नहीं मिलने पर कलेक्टर ने चिंता जताई। बैठक में बताया गया कि जननी एक्सप्रेस के द्वारा प्रसुताओं को घर तक छोड़ने का प्रतिशत मात्र 67 है जो कि शत प्रतिशत होना चाहिए। कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देशित किया कि अस्पताल में एक कर्मचारी को तैनात किया जाये जो यह सुनिश्चित करे कि अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद प्रसुताऐं जननी एक्सप्रेस के द्वारा ही घर तक सुरक्षित रूप से घर तक पहुॅच सकें।

 

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