November 23, 2024

भण्डारिया खाल से बराबर प्रदूषित हो रही शिप्रा

शिप्रा में किस तरह गंदगी मिल रही देखा अभाअप महामंत्री महंत हरिगिरी ने
 
उज्जैन,13अप्रैल (इ खबरटुडे)।गोन्सा गांव के नजदीक भण्डारिया खाल से शहर भर का और आसपास का गंदा पानी धड़ल्ले से शिप्रा में छोड़ा जा रहा है। यह पानी पूरी तरह से प्रदूषित और सड़ांध मारता हुआ शिप्रा में मिलाया जा रहा है।

आगे जाकर यह पानी शिप्रा के कई घाटों से गुजरकर कालियादेह पैलेस पहुंचता है। इस हकीकत को अभाअप के महामंत्री महंत हरिगिरी ने भी जाना है। अगले कुछ दिनों में वे भी इस स्थल पर पहुंचने वाले हैं।
 
सतत रूप से गंदा पानी अब भी शिप्रा में छोड़ा जा रहा हैship
शिप्रा में प्रदूषित पानी के मिलने को लेकर उच्च न्यायालय इंदौर में मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की स्वीकारोक्ति के बाद भी उज्जैन का प्रशासन बाज नहीं आ रहा है। सतत रूप से गंदा पानी अब भी शिप्रा में छोड़ा जा रहा है। रणजीत हनुमान से आगे गोन्सा गांव और इससे कुछ फलांग दूरी पर पुलिया के नजदीक भण्डारिया खाल बहता है। पुलिया से होकर यह पानी ऋणमुक्तेश्वर से कुछ आगे उत्तर दिशा की ओर से शिप्रा नदी में बेधडक़ मिलता है। इस पानी में गोन्सा गांव सहित शहर के भी कई नाले मिलाये गये हैं। सदावल ट्रीटमेंट प्लांट के लिये ले जाई गई लाइन का गंदा पानी भी इसी खालनुमा नाले में छोड़ा जाता है।
ऐसे बचा जा सकता है प्रदूषण से
वर्तमान में प्रशासन ने करीब 100 करोड़ से अधिक लागत से खान डायवर्सन योजना को अंजाम दिया है। इस योजना की पाइप लाइन भण्डारिया खाल के नजदीक से ही होकर गुजरी है। गोन्सा गांव से कुछ फलांग दूर भण्डारिया खाल पर पुलिया बनी हुई है। इस पुलिया के पास हाल ही में तीन बड़े चेम्बर बनाये गये हैं। इनमें से दक्षिण दिशा के दो चेम्बरों को बंद करते हुए उत्तर दिशा के चेम्बर को खोल दिया जाये और यह पानी खान डायवर्सन की लाइन में मिला दिया जाये तो शहर का और गोंसा गांव का प्रदूषित पानी शिप्रा में मिलने से रोका जा सकता है।
कहां तक फैलता है प्रदूषित पानी
शिप्रा में ऋणमुक्तेश्वर से आगे भण्डारिया खाल का प्रदूषित पानी मिलता है। यह पानी ऋणमुक्तेश्वर से आगे विक्रांत भैरव, कालभैरव, गंगा घाट, मंगलनाथ घाट और सिद्धवट होता हुआ कालियादेह पैलेस पहुंचता है। सिंहस्थ के दौरान ऋणमुक्तेश्वर, विक्रांत भैरव, कालभैरव, गंगा घाट, मंगलनाथ घाट, सिद्धनाथ घाट सहित कालियादेह पैलेस पर भी श्रद्धालु स्नान करेंगे। ऐसे में प्रदूषित पानी में ही उन्हें आचमन करना होगा।
हकीकत जानी तो बोले देखने जाऊंगा
मंगलवार को अभाअप के महामंत्री महंत हरि गिरी महाराज ने भण्डारिया नाले के माध्यम से शिप्रा में मिल रहे प्रदूषित पानी की हकीकत को जाना। वीडियो फिल्म के माध्यम से जब उन्होंने इस हकीकत को देखा तो वे हतप्रभ रह गए। सबसे पहले उन्होंने संबंधित से पूछा, यह स्थल कहां है। यहां से कितनी दूर है। इसके बाद महाराज ने अपने साथ चल रहे उज्जैन की जानकारी रखने वाले युवक को पूरी स्थल की स्थिति जानने के लिये कहा और यह भी कहा कि मुझे एक-दो दिन में ही इस स्थल पर ले चलें वे खुद इन हालातों को देखना चाहूंगा। महाराज ने यह भी कहा कि अगर आँखों में धूल झोंककर यह सब किया जा रहा है तो इसे लेकर कड़े शब्दों में बात भी कर ली जायेगी।

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