December 25, 2024

Farmer Protest : राजनीति की भेंट चढ़ता दिख रहा है किसान आन्दोलन,देशविरोधी तत्व भी हुए सक्रिय-भकिस के संगठन मंत्री महेश चौधरी ने कहा

mahesh chaudhari

भोपाल,14 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। पंजाब के किसानों द्वारा दिल्ली की सीमाओं पर किया जा रहा आन्दोलन (Farmer Protest) अब किसान हित की बजाय राजनीति की भेंट चढ गया है। देशविरोधी तत्व किसान आन्दोलन की आड में अपने हित साधने की कोशिश कर रहे हैैं। केन्द्र सरकार ने किसानों के सबसे बडे संगठन भारतीय किसान संघ द्वारा दिए गए समस्त सुझावों को मान कर समर्थन मूल्य पर खरीदी का लिखित आश्वासन देने और एमएसपी जारी रखने के बाद फिर अब किसान कानूनों के नाम पर आन्दोलन चलाने का कोई औचित्य नहीं है।

यह बात भारतीय किसान संघ के मध्यप्रदेश क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चौधरी ने इस संवाददाता से चर्चा के दौरान कही। श्री चौधरी ने बताया कि देश के अधिकांश किसान नए किसान कानूनों से पूरी तरह संतुष्ट है। आन्दोलन कर रहे किसान संगठनों में वास्तविक किसान संगठन तो कम है,लेकिन वामपंथी विचारधारा वाले संगठन इसमें अधिक हिस्सा ले रहे हैैं। यही वजह है कि किसान आन्दोलन के जरिये देशद्रोह के आरोप में बन्द आरोपियों को छुडाने की मांग की जा रही है।

श्री चौधरी ने बताया कि भारतीय किसान संघ देश का सबसे बडा किसान संगठन है,जिसका विस्तार देश के प्रत्येक राज्य में है। देश में भारतीय किसान संघ के चौबीस लाख से अधिक सदस्य है। भारतीय किसान संघ ने कृषि कानूनों के पारित होने से भी पहले देश के चौबीस हजार गांवों से किसानों की मांगों पर आधारित मांगपत्र प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री को भेजे थे। इसके अलावा किसान संघ ने देश के चार सौ सांसदों से भेंट करके किसानों की मांगे सामने रखी थी। केन्द्र सरकार ने भारतीय किसान संघ द्वारा दिए गए समस्त सुझावों को कानून में शामिल कर लिया है।

श्री चौधरी ने बताया कि दिल्ली में किए जा रहे किसान आन्दोलन के दौरान केन्द्र सरकार ने किसानों के सामने लिखित प्रस्ताव भेजे थे,जिनमें किसानों के सभी सुझावों पर अमल करने का आश्वासन दिया गया था। इसके बाद तो किसानों द्वारा आन्दोलन किए जाने का कोई औचित्य ही नहीं बचा है। लेकिन इसके बाद भी राजनीतिक दलों से प्रेरित होकर आन्दोलन किया जा रहा है। इतना ही नहीं किसान आन्दोलन में वाम समर्थित किसान संगठनों के बहाने अल्ट्रा लेफ्ट तत्व अपने देश विरोधी एजेन्डा के साथ शामिल हो गए है। यही वजह है कि किसान आन्दोलन के मंच से दिल्ली दंगों के आरोपियों को छुडाने की मांग की जा रही है। किसान आन्दोलन की आड में पाकिस्तान की शह पर पनप रहे खालिस्तान समर्थक देशविरोधियों को भी सक्रिय होने का मौका मिल गया है।
श्री चौधरी ने दिल्ली के किसान आन्दोलन में शामिल किसानों के वास्तविक संगठनों के नेताओं से आग्र्रह किया है कि वे देशविरोधी तत्वों के हाथ में आन्दोलन को ना जाने दें और कृषि कानूनों को पूर्वाग्र्रहों से मुक्त होकर देखें,तब उन्हे पता चलेगा कि किसान कानून वास्तव में किसानों के हित में है।

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