न्यूयार्क में फ्रेण्ड्स ऑफ एम पी कानक्लेव में 3 प्रवासी भारतीय का सम्मान
तीनों अपने-अपने क्षेत्र की महान हस्ती
भोपाल,2 फरवरी (इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार की रात को न्यूयार्क में फ्रेण्ड्स आफ एम पी कानक्लेव में तीन प्रवासी भारतीय को सम्मानित किया। तीनों अपने-अपने क्षेत्र की महान हस्ती हैं, जिन्होंने विश्व-स्तर पर नाम कमाया है।
डॉ. नोरी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉ.दत्तात्रेयुदु नोरी का सम्मान किया। डॉ.नोरी केंसर उपचार के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चिकित्सक है। यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित न्यू इंग्लेंड जर्नल ऑफ मेडीसिन में उन्हें ‘रिकग्नाइज्ड लीडर इन स्पेशियली’ के रूप में कोड किया गया है। चार दशक से भी अधिक समय से डॉ. नोरी ने केंसर पीड़ित मरीजों के उपचार और देखभाल व्यवस्था में सुधार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान किया है। भारत में पोस्ट ग्रेजुएट मेडीकल डिग्री प्राप्त करने के बाद डॉ.नोरी ने 1976 में अमेरिका में विश्व प्रसिद्ध स्लोन-केटरिंग मेमोरियल केंसर केयर को ज्वाइन किया।
वर्तमान में वह न्यूयार्क प्रेसबाइटेरियन हास्पिटल वेल कार्नेल मेडिकल सेन्टर और न्यूयार्क हास्पिटल क्वीन्स में रेडिएशन आँकोलॉजी में प्रोफेसर और एक्जीक्यूटिव वाइस चेयरमेन है। वह न्यूयार्क हास्पिटल क्वीन्स में केंसर सेन्टर की डायरेक्टर भी है। उन्हें अमेरिका स्थित नरगिस दत्त मेमोरियल फाउण्डेशन सहित अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं ने सम्मानित किया है। डॉ. नोरी को 2014 में अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘एलिस आइलेण्ड मेडल ऑफ ऑनर’ से भी विभूषित किया गया है।
श्री नादराजन ‘राज’ चेट्टी
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा कानक्लेव में सम्मानित दूसरे प्रवासी भारतीय नादराजन ‘राज’ चेट्टी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इकानॉमिक्स के प्रोफेसर हैं। पब्लिक इकानॉमिक्स के क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता है। हाल ही में अमेरिका में अवसर की समानता पर उनके शोध-पत्रों का प्रकाशन हुआ है। उन्होंने विद्यार्थियों के परफार्मेंस पर अध्यापकों के दीर्घकालीन प्रभाव पर भी शोध-पत्र लिखे हैं। श्री चेट्टी को 28 वर्ष की उम्र में यह पद ऑफर किया गया था। उन्होंने 29 वर्ष की उम्र में इसे स्वीकार कर लिया। हार्वर्ड के इकानॉमिक्स विभाग के इतिहास में वह सबसे कम उम्र के प्रोफेसरों में एक थे। उन्हें ‘जॉन बेट्स क्लार्क मेडल’ और 2012 में ‘मेकआर्थर फेलो’ प्रदान किया गया। वह जर्नल ऑफ पब्लिक इकानॉमिक्स के सम्पादक भी हैं।
श्री चेट्टी का जन्म नई दिल्ली में हुआ था और वह 9 वर्ष की उम्र तक वहीं रहे। वर्ष 2008 में दि इकानॉमिस्ट पत्रिका में श्री चेट्टी को दुनिया के 8 शीर्ष युवा अर्थशास्त्रियों की सूची में रखा। विश्व भर में उनके शोध-पत्रों का हवाला दिया जाता है।
प्रोफेसर मंजुल भार्गव
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा सम्मानित तीसरे प्रवासी भारतीय प्रोफेसर मंजुल भार्गव आज के दौर के सबसे बड़े और प्रभावशाली गणितज्ञ है। वह अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में गणित के प्रोफेसर है। उन्होंने एलजेबरिक नम्बर थ्योरी, काम्बीनेटोरिक्स और रिप्रेजेन्टेशन थ्योरी पर शोध किये हैं। उन्होंने 1996 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद 2001 में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट किया। उनकी पी.एच.डी. थीसिस ने गणितज्ञों को चकित कर दिया।
प्रोफेसर मंजुल को अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं ने सम्मानित किया है। वह अमेरिका की नेशनल एकाडमी ऑफ साइंसेज और इंडियन नेशनल साइंस एकाडमी के फेलो भी है। विषय की व्याख्या करने का उनका कौशल व्यापक रूप से सराहा जाता है। वह गणित को भी एक कला के रूप में पढ़ाते और पढ़ते हैं। अमेरिका में पले-बढ़े और शिक्षित प्रोफेसर भार्गव भारतीय संस्कृति से बहुत गहराई से जुड़े़ है। भारतीय शास्त्रीय संगीत, संस्कृत और भारतीय गणित के इतिहास में उनकी बहुत गहरी रुचि है। भारतीय गणितज्ञों तथा संस्थानों के साथ वे जीवंत सम्पर्क रखते हैं और अक्सर वहाँ जाते रहते हैं।