December 24, 2024

नीलगंगा पड़ाव स्थल पर अव्यवस्थाओं की स्थिति, संत मच्छरों से परेशान

nilganga
नीलगंगा तालाब से उठ रही बदबू
जानकारी लगते ही भाजपा नगर अध्यक्ष ने अधिकारियों को चेताया
उज्जैन,28 फरवरी(इ खबरटुडे)।श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा और श्री पंच दशनाम आव्हान अखाड़ा का रमता पंच नगर प्रवेश कर चुका है। नीलगंगा स्थित नागातलाई हनुमान मंदिर और तालाब के नजदीक दोनों ही अखाड़ों का रमता पंच पड़ाव डाले हुए है।

पड़ाव स्थल पर अव्यवस्थाओं से संतों को परेशानी हो रही है। ये बात अलग है कि संत इसे लेकर कोई शिकवा-शिकायत करने के मूड में नहीं है। वे ध्यान और एकाग्रचित्ता से भक्ति में लीन हैं।
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा और आव्हान अखाड़े का रमता पंच के संन्यासियों की नियमित दिनचर्या है। इस नियमित दिनचर्या को नीलगंगा स्थित नागातलाई पर देखने के लिये सुबह-शाम श्रद्धालुओं का तांता लग रहा है। नीलगंगा स्थित पड़ाव स्थल पर अव्यवस्थाओं की स्थिति यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को साफ प्रतीत हो रही है। इसके बावजूद यहां के लिये जिम्मेदार अधिकारियों को अव्यवस्था नजर नहीं आती।
तालाब का पानी बदबू मार रहा
नीलगंगा स्थित हनुमान मंदिर के पीछे तालाब के आजू-बाजू में घाट का निर्माण कर दिया गया है। साथ ही बड़े क्षेत्र में तालाब की दीवारों पर पीचिंग की गई है। तालाब में वर्तमान में फव्वारे भी चल रहे हैं। इसके बावजूद तालाब का पानी बुरी तरह से बदबू मार रहा है। दूर से ही इस बदबू से आम आदमी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। ऐसे हालात में पड़ाव डाले संतों को बदबू से काफी परेशानी हो रही होगी।
 मच्छर
मच्छर

मच्छरों की भरमार

नागा तलाई पड़ाव स्थल पर मच्छरों की भी भरमार है। शाम होते ही यहां आसपास जमकर मच्छरों का प्रकोप फैल जाता है। तालाब के आजू-बाजू में झाड़ी और पानी की गंदगी से संभवत: मच्छरों का यह प्रकोप बना हुआ है।
न दवाई डाली, न ही उपाय किये
साफ-सफाई और पड़ाव स्थल के आसपास नियमित रुप से कीटनाशक छिडक़ाव की जिम्मेदारी नगर निगम उज्जैन की है। इसके बावजूद न तो तालाब के पानी में क्लोरिन और अन्य रसायनों का उपयोग करते हुए बदबू दूर करने के उपाय किये गये हैं। न ही पड़ाव स्थलों के आसपास मच्छरों का प्रकोप को कम करने के लिये दवाई का उपयोग ही किया जा रहा है।
नगर अध्यक्ष ने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का कहा
भाजपा नगर अध्यक्ष इकबालसिंह गांधी को शनिवार को पड़ाव स्थल के संबंध में अव्यवस्थाओं को लेकर जानकारी मिलने पर उन्होंने तत्काल ही अधिकारियों से चर्चा करते हुए कार्रवाई का कदम उठाने के लिये कहा है।
सूअर
सूअर

नाले में सड़ रहा सूअर और नाला मिल रहा क्षिप्रा में 

सिंहस्थ से पूर्व क्षिप्रा में नाले नहीं मिलने के प्रशासन के दावे को एक बार फिर झटका लगा है। याचिकाकर्ता बाकिरअली रंगवाला के साथ शनिवार को निरीक्षण पर निकले मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभाग के अधिकारियों को आधा दर्जन के करीब नाले क्षिप्रा में सीधे मिलते नजर आए। कई नालों को मिट्टी में दबाने का प्रयास किया गया लेकिन नाले के पानी रास्ता बदलकर क्षिप्रा में मिल रहे हैं।
हाईकोर्ट के निर्देश पर याचिकाकर्ता के साथ प्रदूषण विभाग के अधिकारियों का निरीक्षण शनिवार को पूरा हो गया। अब मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण विभाग अपनी रिपोर्ट उच्च न्यायालय की संवैधानिक खंडपीठ के समक्ष कोर्ट की अवमानना के प्रकरण में प्रस्तुत करेगा।
12 साल का नाबालिग मां के साथ निकाल रहा था गंदगी
क्षिप्रा में गंदे नालों को ढूंढने निकले प्रदूषण विभाग के अधिकारियों को सदावल में ट्रीटमेंट प्लांट की दुर्दशा भी दिखाई दी। सदावल पर जहां पर नियमित रूप से आंकड़ों में 20-25 कर्मचारियों का होना दर्शाया जाता है वहां पर एक बाई व उनका 12 साल का नाबालिग बच्चा बिना हाथ में मोजे पहने हुए गंदगी निकाल रहे थे।

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