नवीन स्वास्थ्य केन्द्र से रोनक बढे़गी – केन्द्रीय मंत्री थावरचंद्र गेहलोत
बड़ावदा एवं बर्डियागोयल में नये स्वास्थ्य केन्द्रों का हुआ लोकार्पण
रतलाम 18 फरवरी (इ खबरटुडे)।सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकार थावरचंद्र गेहलोत ने बड़ावदा एवं बर्डियागोयल में नये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का लोकार्पण किया। भवनों की कुल लागत 95 लाख रूपये प्रति भवन आयी है। मौके पर सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा नये अस्पताल भवनों से क्षेत्र में रोनक तो बढ़ती ही हैं। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी निरंतर सुधार होता है। उन्होने स्वास्थ्य सेवाआंे के विस्तार के लिये जनभागीदारी की महती आवष्यकता बताई और ग्रामीण जनों को आष्वस्त किया कि शासन स्तर पर पहल करते हुए चिकित्सकों की कमी पूरी करने के हर सम्भव प्रयास किये जायेगे।
उन्होने मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के बारे में बताया कि सरकार ढाई लाख रूपये प्रतिवर्ष से कम आय कमाने वाले परिवारों के लिये गम्भीर बिमारी हार्ट, किडनी, कैंसर आदि होने पर साढे तीन लाख रूपये तक की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई। इसके लिये हितग्राही को फोटो, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, अस्पताल का स्टीमेट जमा कराना होगा। इसके अलावा एक अन्य योजना में दिव्यांगोे के लिये दो लाख रूपये का चिकित्सकीय बीमा संबंधी योजना भी प्रारम्भ की जायेगी। योजना में विकलांग व्यक्ति का चालीस प्रतिषत से अधिक विकलांगता का प्रमाण पत्र होना आवष्यक होगा। बीमे के लिये जमा कराई जाने वाली राषि का 90 प्रतिषत सरकार वहन करेगी जबकि दस प्रतिषत हितग्राही अथवा कोई अन्य समाज सेवी संस्था वहन कर सकती है। उन्होने 60 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों के नागरिकों के लिये सुनने की मषीन,नम्बर का चष्मा, व्हील चेयर, छड़ी, बत्तीसी आदि उपलब्ध कराये जाने की योजना के बारे में विस्तार से बताया। वर्तमान में यह योजना प्रारम्भिक चरण में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में उज्जैन तथा खण्डवा में प्रारम्भ की गई है जबकि अप्रैल के बाद अन्य जिलों मंे योजना का विस्तार किया जायेगा।
कार्यक्रम में विधायक जितेन्द्र गेहलोत ने बताया कि नये भवनों के लिये पूर्व में मांग की गई थी। अब भवन तैयार होने के बाद जनता की सुविधा के लिये लोकार्पण किया जा रहा है। सरकार विषेष प्रयास करके चिकित्सकों की कमी को पुरा करने के लिये प्रदेष में कार्यरत् आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक युनानी पद्धति के चिकित्सकों को तीन माह का प्रषिक्षण देकर अस्पतालों में नियुक्त करने के लिये प्रयासरत है। इस प्रकार से चिकित्सकांे की कमी पूरी करके स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होने आदर्ष आंगनवाड़ी केन्द्र भवन के बारे में बताते हुए कहा कि इस प्रकार के नव निर्मित भवन थर्माकोल की आंतरिक परत से तैयार कराये जा रहे है। इस प्रकार के भवनों मंे माताओं और बच्चों को ठण्ड और गर्मी में होने वाली असुविधा से बचाया जा सकेगा। इस प्रकार के भवन मजबूत स्थिति में होगे। उन्होने आगामी 25 फरवरी को नये लगभग 20 आंगनवाड़ी केन्द्र भवनों का भूमि पूजन शीघ्र किये जाने के बारे में बताया। इस प्रकार के आंगनवाड़ी ग्राम केरवासा में एवं बर्डियागोयल में बनाई जायेगी।
कार्यक्रम में जिला योजना समिति के सदस्य बजरंग पुरोहित ने कहा कि प्रदेष में माननीय मुख्यमंत्रीजी के मुख्यमंत्री बनने के समय खेती का रकबा सात लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी और वर्तमान में बढ़कर चालीस लाख हेक्टेयर में सिंचाई हो रही है। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। सरकार द्वारा लगातार इस प्रकार की नई सौगाते दी जा रही है। इससे जनता के मन में सरकार के प्रति विष्वास बढ़ा है। सुमनजी मेहता ने बताया कि ग्राम बड़ावदा में महिला चिकित्सक की नियुक्ति की जाना चाहिए। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.पंकज शर्मा ने कहा कि प्रषासन सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध कराने के लिये कटिबद्ध है। नागरिकों की सहभागिता से योजनाआंे को पूरा करने में आसानी होती है। नागरिक भी अस्पतालों को स्वच्छ रखने में अपनी भूमिका का निर्वहन करे और अस्पताल के साथ परिवार के सदस्य के रूप मंे सहयोग दे।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रकाष उपाध्याय ने कहा कि नव निर्मित भवन में उपलब्ध संसाधन एवं स्टाफ द्वारा बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाऐं देने का प्रयास किया जायेगा। उन्होने कहा कि रिक्त पदों की जानकारी दी। साथ ही सरकार की मंषा के अनुरूप स्वास्थ्य केन्द्र बड़ावदा एवं बर्डियागोयल में सर्वे संतु निरामया के भाव को स्थापित करने के लिये हर सम्भव प्रयास किया जायेगा।
कार्यक्रम में दुग्ध संघ उपाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा, सुनिता प्रदीप मेहता, हंसराज लड्डा, जितेन्द्र हिंगड़, एसडीएम वीरसिंह, जीवनसिंह, लालसिंह, कोठारीजी, राजेष परमार, मांगीलाल अजमेरा, अमरसिंह डाबी, सुनिल भावसार, कमलेष जायसवाल, रमेष जाट, भेरूलाल गोयल, नेपालसिंह, दिनेष कोठारी, अनिल अजमेरा, देवेन्द्र शर्मा, चन्द्रसेन भौंसले, सरला कुरील, कामिनी मालवीय, आषीष चैरसिया, डाॅ. कलीमुल्ला खाॅ एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शैलेन्द्र कुमार दवे ने किया एवं आभार बी.ई.ई. बसंतीलाल मईड़ा ने माना।