तमिलनाडु का संकट: मैं अम्मा की विरासत संभालूंगी. पन्नीरसेल्वम पर कोई दबाव नहीं था-शशिकला
चेन्नई,08 फरवरी(इ खबर टुडे)। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक में आंतरिक कलह के बीच ओ. पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के खिलाफ खुलकर बगावत कर दी है. पलटवार करते हुए पार्टी की जनरल सेक्रेट्री शशिकला ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि मैं अम्मा (जयललिता) की विरासत संभालूंगी. पार्टी के साथ धोखा देने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम पर मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए कोई दबाव नहीं था. वह विपक्षी द्रमुक के इशारे पर काम कर रहे थे.
उससे पहले बुधवार सुबह पन्नीरसेल्वम ने कहा कि वह राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा वापस लेंगे. उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी पार्टी को धोखा नहीं दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के इशारे पर कुछ नहीं कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि वह सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे. उनका कहना है कि जनता उन्हें पसंद करती है. और उन्होंने दबाव में इस्तीफा दिया था. गौरतलब है कि राज्यपाल ने पन्नीरसेल्वम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
पन्नीरसेल्वम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जयललिता की मौत की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्हें एक बार भी जयललिता से मिलने नहीं दिया गया था जबकि वह रोज अम्मा से मिलने के लिए अस्पताल गए थे.
उधर, बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने दिल्ली में कहा कि बीजेपी का इस पूरे मामले से कोई लेना देना नहीं है. इस पूरे मामले पर राज्यपाल सही समय पर सही कार्रवाई करेंगे. वैंकया नायडू ने कहा कि राज्यपाल के पास संवैधानिक शक्तियां है. हालांकि, बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी का कहना है कि शशिकला नटराजन को तुरंत मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी चाहिए. आगर इसमें देर होती है तो यह संविधान के नियमों के खिलाफ होगा. राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए.
मंगलवार को पन्नीरसेल्वम ने कहा था कि जयललिता चाहती थीं कि अगर उन्हें कुछ हो जाए तो मैं मुख्यमंत्री बनूं. उन्होंने कहा कि अम्मा (जयललिता) के सपनों पूरा करने के लिए मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया.
पन्नीरसेल्वम ने कहा, जो राज्य के हितों की रक्षा कर सकता है, उसे ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए. पन्नीरसेल्वम ने कहा कि यदि जनता चाहेगी तो वह तमिलनाडु सीएम के पद से अपना इस्तीफा वापस ले सकते हैं. वहीं, पन्नीरसेल्वम की खुली बगावत के बाद शशिकला के आवास पर विधायकों की आपात बैठक बुलाई.
मिलनाडु में सियासी हालात गंभीत होते जा रहे हैं. शशिकला के शपथ ग्रहण पर असमंजस के बीच मंगलवार देर शाम से शुरू हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा देर रात तक जारी रहा. ओ. पन्नीरसेल्वम ने अन्नाद्रमुक की महासचिव वीके शशिकला के खिलाफ बगावत कर दी है.
उधर, शशिकला गुट पर पन्नीरसेल्वम द्वारा लगाए आरोपों के बाद शशिकला के आवास पोस गार्डेन पर आपातकालीन बैठक हुई. बैठक के बाद देर रात शशिकला ने पन्नीरसेल्वम को अन्नाद्रमुक के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया. उनके स्थान पर डिंडीगुल श्रीनिवासन को कोषाध्यक्ष बनाए जाने की खबर है.
उधर, अन्नाद्रमुक नेता एवं लोकसभा डिप्टी स्पीकर एम थम्बीदुरई ने ओ पन्नीरसेलवम के इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख वीके शशिकला मुख्यमंत्री होंगी क्योंकि सभी विधायक उनके (चिनम्मा के) साथ हैं. अन्नाद्रमुक नेता ने कहा कि सभी विधायक एकजुट हैं..सभी विधायक अंदर हैं. उन्होंने पोएस गार्डेन आवास की ओर इशारा करते हुए यह कहा.