ग्रामीण इलाकों का दौरा करें अफसर- कलेक्टर डॉ. गोयल
रतलाम 30 जून (इ खबरटुडे)। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्रों के व्यापक दौरे करें। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की सही तस्वीर तभी सामने आयेगी जब सरकारी अधिकारी गांवों में पहुंचकर ग्रामीण जनता से रूबरू हाेंगे।
डॉ. गोयल आज यहां विभागीय अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे। बैठक में कलेक्टर ने स्कूल चलें हम अभियान की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से नवप्रवेशित बच्चों के बारे में जानकारी तलब की। डॉ. गोयल ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सीएल पासी को निर्देशित किया कि वे तत्काल आंगनवाड़ी केन्द्रों में पदस्थ कार्यकर्ताओं को स्कूलों में बच्चों का नामांकन कराने के लिए निर्देशित करें। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी बच्चे के स्कूल में प्रवेश से वंचित रहने पर सम्बन्धित क्षेत्र की आंगनवाडी कार्यकर्ता भी इसके लिए जवाबदेह समझी जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि मां सरस्वती पोर्टल में शिक्षकों की उपस्थिति की बाबत दर्ज कराई गई जानकारी की सत्यता आम ग्रामीण जान सकें इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी से सुपोषण अभियान के तहत अब तक की गई कार्यवाही और आगे की रणनीति के बारे में जानकारी ली। डॉ. गोयल ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से स्कूलों में सायकिलें एवं गणवेश की राशि तथा नि:शुल्क पाठय-पुस्तकें पहुंचाई जाने के बारे में भी जानकारी तलब की। एपीओ श्री सक्सेना ने इस बारे में जानकारी प्रस्तुत की।
बैठक में कलेक्टर ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती मधु गुप्ता को निर्देशित किया कि वे विभाग के उन शिक्षकों के बारे में स्थिति साफ कर लें जिन्हें उन्होंने किसी प्रकार का अवकाश पूर्व से स्वीकृत किया हुआ है। कलेक्टर ने कहा कि शीघ्र ही डयूटी से गैरहाजिर शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही शुरू की जाएगी। डॉ. गोयल ने श्रम विभाग के अधिकारी को आगाह किया कि किसी भी स्थिति में बंधक श्रमिक या बाल श्रमिक साईट पर कार्य करते नहीं पाये जाने चाहिए। शासकीय कार्य में इस सम्बन्ध में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए। कलेक्टर ने साफ तौर पर कहा कि यह संज्ञेय अपराध है और जानते-बूझते भी सक्षम अधिकारी को सूचित नहीं करने वाले व्यक्ति भी मुश्किल में फंस सकते हैं।
बैठक में उप संचालक कृषि से कलेक्टर डॉ. गोयल ने जिले में बीज और खाद की सैम्पलिंग के बारे में जानकारी मांगी। उप संचालक सीके जैन ने विस्तार से जानकारी प्रस्तुत की। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि सैम्पलिंग कार्य को गति प्रदान की जाए और एसएडीओ को भी इस काम में लगाया जाए। डॉ. गोयल ने जिला आपूर्ति अधिकारी के.एस. ब्राह्मणे से खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत जिले में की गई कार्यवाही का ब्यौरा लिया। श्री ब्राह्मणे ने कलेक्टर को आश्वस्त किया कि आज शाम तक पर्चियों के वितरण का काम पूरा कर लिया जाएगा। हालाकि रतलाम नगरीय क्षेत्र में अभी तक कार्य पूरा करने की दिशा में की गई कार्यवाही को कलेक्टर ने अपर्याप्त बताते हुए आयुक्त नगर निगम सोमनाथ झारिया को इस कार्य पर पूरा ध्यान देने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि सरकार इस बारे में बेहद गंभीर है और किसी भी अधिकारी द्वारा किसी भी स्तर पर इस कार्यवाही में उदासीनता बरते जाने पर इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं।
बैठक में महिला को एक्सपायर्ड दवा देने के मामले में भी कलेक्टर ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पुष्पेन्द्र शर्मा और कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री सीएल पासी से जवाब मांगा। सीएमएचओ ने बताया कि विभाग में उस बैच नम्बर की दवा की आपूर्ति पिछले पांच सात वर्षो में नहीं हुई है। इधर श्री पासी ने कहा कि उनके विभाग की किट में आईएफए टेबलेट नहीं होती। उन्होंने यह भी कहा कि उनके विभाग की दवा होती तो उसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा वितरित किया गया होता।
कलेक्टर ने इसे एक गंभीर मामला मानते हुए दोनों अधिकारियों को अपने स्तर पर मामले की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने सख्त निर्देश दिये कि किसी भी स्थिति में एक्सपायर्ड दवा न दी जाए और ऐसी दवाओं को नष्ट करने की कार्यवाही की जाए। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से दूध एवं मिठाई में मिलावट के मामलों में कार्यवाही की सुस्त रफ्तार को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने निर्देशित किया कि वे शीघ्र कार्यवाही करें।
बैठक में संयुक्त कलेक्टर आर.के.नागराज, एस.के.मिश्रा व विनय कुमार घोका तथा एसडीएम रतलाम सुनील कुमार झा एवं सभी विभाग प्रमुख मौजूद थे।