reduce the suffering/Ratlam/हमें लोगों की तकलीफें कम करनी है, बढ़ानी नहीं। हमारी भूमिका और उद्देश्य भी यही है-कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम
कलेक्टर ने समयावधि पत्र समीक्षा बैठक में दिए सख्त और आवश्यक निर्देश
रतलाम,02 जून (इ खबरटुडे)।कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम में अपनी पहली समयावधि पत्र समीक्षा बैठक में जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि हमारा लक्ष्य पब्लिक डिलीवरी सिस्टम को सरल और मजबूत बनाना है। हमारा यह दायित्व है कि अधिक से अधिक लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ मिले।
हमें लोगों की तकलीफें कम करनी है, बढ़ानी नहीं। हमारी भूमिका और उद्देश्य भी यही है। बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती मीनाक्षीसिंह, एडीएम श्रीमती जमुना भिड़े, एसडीएम अभिषेक गेहलोत सहित समस्त जिलाधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री पुरुषोत्तम ने कहा कि हर विभाग नवाचार करें। अपने कार्य को बेहतर करने के साथ कुछ ऐसा भी कार्य करें जो सिर्फ दिखाने के लिए नहीं हो बल्कि उससे स्वयं को भी संतोष मिले। यह ‘स्वांतः सुखाय’ उपलब्धि हमारी कार्य क्षमता को भी बढ़ाएगी और हमें आत्मिक सुकून भी देगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि शासन की फ्लैगशिप योजनाओं पर विशेष ध्यान दें , खासतौर से ऐसी योजनाएं जिन से सीधे जनता लाभान्वित होती है, उनमें किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाए।
अगले 3 साल की हेल्थ प्लानिंग करें
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि शासन के निर्देशानुसार हमें अपने जिले की अगले 3 साल की हेल्थ प्लानिंग करना है। रतलाम जिले में अगले 3 वर्षों के दौरान 47 विभिन्न स्तर के स्वास्थ्य केंद्र बनना है। इसके लिए सभी एसडीएम अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधा केंद्र संबंधी प्राथमिकताओं का निर्धारण करें। जितनी अच्छी हमारी प्लानिंग होगी उतना ही बेहतर हमारा सेटअप होगा।
ज़रूरत के समय अवसर मिले ऐसा कौशल विकसित करें
कलेक्टर पुरुषोत्तम ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत जिले में हर ट्रेड का एक पुल बनाएं। शासन द्वारा निर्धारित 6 विभिन्न कैटेगरी के अंतर्गत युवाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाना है। इसके लिए ऐसे युवकों को चुने जो इन ट्रेड में ट्रेनिंग करना चाहते हैं। ऐसा करने से ज़रूरत के समय उन्हें अवसर मिलेंगे और इनके कौशल का उपयोग भी किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य सुविधा से जुड़े कौशल की काफी आवश्यकता रही। इसे दृष्टिगत रखते हुए युवाओं को ऐसे कौशल की तरफ प्रेरित करें।
पोषण आहार कार्यक्रम में गंभीरता बरतें
कलेक्टर पुरुषोत्तम ने महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी को निर्देशित किया कि पोषण आहार कार्यक्रम में पूरी गंभीरता बरतें। पोषण आहार की गुणवत्ता को देखें। जिसका जो हक है उसे मिले और समय पर मिले ,यह आवश्यक है। जिले में बेहतर पोषण आहार व्यवस्था से कुपोषण को भी दूर किया जा सकेगा।
रतलाम शहर की सफाई व्यवस्था सुधारें
कलेक्टर पुरुषोत्तम ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देशित किया कि रतलाम शहर में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है ,इसे सुधारा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी शहर सरकार की बेहतर योजनाओं का आईना होता है। शहर में विकास कार्य और स्वच्छता दिखेगी तो योजनाओं का क्रियान्वयन भी नागरिक महसूस करेंगे। उन्होंने सैलाना नगर की सफाई व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की व्यवस्था रतलाम शहर में भी की जानी चाहिए।
निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बेहतर होना चाहिए
कलेक्टर श्री पुरुषोत्तम ने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। शासकीय भवनों की कंस्ट्रक्शन क्वालिटी बेहतर हो इसका सभी ध्यान रखें। ज़मीन आवंटन संबंधी जिस भी विभाग को जो समस्या हो, वह उसे दूर करें । जमीन के कारण कोई भी विकास कार्य नहीं रुकना चाहिए।
सभी जिलाधिकारी ज़मीन आवंटन संबंधी नियमों को समझें और उसी अनुरूप कार्य करें। उन्होंने कहा कि जिले में आंगनवाड़ी केंद्रों, पंचायत भवनों, छात्रावास भवन विद्यालय में शौचालय आदि के जितने भी कार्य पेंडिंग है उन्हें समय सीमा में पूर्ण करने के लिए योजना बनाकर प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि जो काम जितनी समयावधि में पूर्ण होना निर्धारित है, उसे उतनी ही समयावधि में पूर्ण होना चाहिए।
फील्ड में अधिकारियों की उपस्थिति दिखे
कलेक्टर से पुरुषोत्तम ने कहा कि फील्ड में जिला अधिकारियों की उपस्थिति महसूस की जाना चाहिए। अपने कार्यालयीन कामकाज के साथ फील्ड में सक्रिय रहें। अपने मैदानी अमले को मजबूत रखें और उन्हें निरंतर मॉनिटर करते रहे । आम जनता से जुड़े किसी भी कार्य में विलंब नहीं होना चाहिए । उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकता पर हर अधिकारी को काम करना है । बहुत छोटे-छोटे काम बड़ी संख्या में लंबित रहते हैं, यह ठीक नहीं है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने विभाग से संबंधित प्रेजेंटेशन तैयार करें। एक सप्ताह बाद सभी की समूहवार समीक्षा होगी।
कोरोना प्रोटोकॉल बनाए रखें
कलेक्टर पुरुषोत्तम ने जिला अधिकारियों से कहा कि कोरोना का अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना प्रोटोकॉल को अपनी आदत बनाएं। जिस अधिकारी की कोरोना से संबंधित ड्यूटी अभी जहां लगी है अगले एक माह तक इस व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा। कोई भी अधिकारी इस ड्यूटी में कोई ढिलाई नहीं बरतें।
आपदा प्रबंधन की प्लानिंग करें
कलेक्टर श्री पुरुषोत्तम निर्देश दिए कि वर्षा से पूर्व जिले में आपदा प्रबंधन संबंधी समस्त तैयारियां की जाना है। बाढ़ नियंत्रण हेतु नोडल अधिकारी की नियुक्ति, कंट्रोल रूम की स्थापना, वर्षाकाल के दौरान किए जाने वाले कार्यों को चिन्हित कर एक सप्ताह में कार्ययोजना प्रस्तुत करें।