UP के एंटी-रोमियो दल की तर्ज पर लुधियाना में बना एंटी-गुंडा स्टाफ
लुधियाना,31 मार्च (इ खबरटुडे)। उत्तर प्रदेश के एंटी-रोमियो दल की तर्ज पर लुधियाना ग्रामीण पुलिस ने एंटी-गुंडा स्टाफ बनाया है। यह दल जगराओं में लड़कियों के कॉलेजों और स्कूलों के बाहर निगरानी रख रहा है। लुधियाना (ग्रामीण) एसएसपी की बनाई इस टीम ने लड़कियों से छेड़खानी करने वाले लड़कों को पकड़ कर उनसे कान पकड़वाकर उठक-बैठक कराई।
इसके साथ ही इन शोहदों से लड़कियों के सामने वादा कराया गया कि वे फिर कभी ग्रुप में नहीं खड़े होंगे। उप-निरीक्षक जसविंदर सिंह की अध्यक्षता वाली टीम न केवल स्कूलों और कॉलेजों के बाहर गश्त करती है, बल्कि जगराओं में बस स्टैंड, मार्केट और गलियों में भी निकलती है। जहां एक समूह में दो या दो से ज्यादा युवक खड़े होते हैं, उन्हें अपनी गाड़ियों के कागज पेश करने को कहा जाता है।
इसके बाद में उनसे पूछा जाता है कि वे यहां क्यों खड़े थे। यदि लड़के ठीक जवाब देने में नाकाम रहते हैं, तो उन्हें कान पकड़कर कम से कम 50 उठक-बैठक करने के लिए कहा जाता है। टीम का नेतृत्व करने वाले उप-निरीक्षक जसविंदर सिंह ने कहा कि हमें सिक्स्थ सेंस से पता लग जाता है कि वहां खड़े लड़के किसी कारण से वहां हैं या वे सिर्फ लड़कियों को परेशान करने के लिए आए हैं।
जब भी हमें शोहदे मिलते हैं, तो हम उन्हें उठक-बैठक कराते हैं, ताकि वे अपनी गलती महसूस कर सकें। अगर लड़की कहती है, तो हम उन्हें चेतावनी देकर छोड़ देते हैं। इसके साथ ही हम लड़कियों को अपने मोबाइल नंबर भी देते हैं, ताकि अगर लड़के उन्हें दोबारा परेशान करें, तो वे हमें इसके बारे में जानकारी दे सकें। यह पूछे जाने पर कि छेड़खानी करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की गई है या मामला क्यों नहीं दर्ज किया गया। एसआई ने कहा कि यह लड़कियों पर निर्भर करता है। अगर वे हमें लड़के को पुलिस स्टेशन ले जाने के लिए कहती हैं, तो हम ऐसा करते हैं। नहीं तो पहली बार चेतावनी देकर और उठक-बैठक कराकर उन्हें छोड़ देते हैं।