November 23, 2024

Crime news: सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति समेत तीन को आजीवन कारावास, दो लाख का जुर्माना भी लगाया

लखनऊ,,12नंबर (इ खबर टुडे)। सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। एमपी एमएलए की विशेष अदालत ने शुक्रवार देर शाम को यह सजा सुनाई। गायत्री के दो अन्य साथियों आशीष शुक्ला व अशोक तिवारी को भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। तीनों पर दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। विशेष अदालत ने तीनों को धारा 376 डी एवं 5जी/6 पास्को एक्ट में दोषी करार दिया गया है। 

कोर्ट ने इसी मामले में आरोपी रहे अमरेंद्र सिंह उर्फ  पिंटू सिंह, विकास वर्मा, चंद्रपाल व रुपेश्वर उर्फ रुपेश को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया है। इन सभी के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। सभी आरोपी जेल में बंद हैं। कोर्ट में सरकारी वकीलों ने बताया कि चित्रकूट की पीड़ित महिला ने 18 फरवरी, 2017 को लखनऊ के गौतम पल्ली थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति समेत सभी आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी दुष्कर्म का प्रयास किया।

काम दिलवाने के नाम पर बार-बार गैंगरेप
अभियोजन पक्ष के मुताबिक चित्रकूट की पीड़ित महिला ने 18 फरवरी, 2017 को लखनऊ के गौतम पल्ली थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला का आरोप है कि खनन का काम दिलवाने के नाम पर गायत्री प्रजापति समेत बाकी आरोपियों ने महिला को लखनऊ बुलाया। इसके बाद कई जगहों पर उसके साथ दुष्कर्म किया। वहीं उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी दुष्कर्म का प्रयास किया गया।

डीजीपी ने नहीं सुनी थी शिकायत
महिला का आरोप था कि उसने इस बारे में यूपी के डीजीपी से भी लिखित शिकायत की लेकिन वहां से कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल की गई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 18 फरवरी, 2017 को लखनऊ के गौतम पल्ली थाने में गायत्री प्रजापति समेत बाकी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।

अखिलेश सरकार में थे पावरफुल मंत्री
जब उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ था, उस वक्त वे यूपी की अखिलेश सरकार में परिवहन मंत्री थे। इससे पहले वे प्रदेश सरकार में खनन मंत्री थे, जिसमें करोड़ों के घोटाले के आरोप में उनके घर और परिसरों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी।

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