विंध्यवासिनी कालोनी में सूने घर का ताला तोड कर 50 हजार नगदी समेत लाखों की चोरी
रतलाम,3 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। जिले में चोरों के हौंसले लगातार बुलन्द होते जा रहे है। जावरा में पारदी गिरोह द्वारा पांच करोड रु. से ज्यादा की सनसनीखेज चोरी के बाद अब रतलाम में चोरी की वारदातें सामने आ रही है। बीती रात अज्ञात चोरों ने विंध्यवासिनी कालोनी के एक सूने घर में दरवाजा तोड कर पचास हजार रु. नगद और करीब दो लाख के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। इतना ही नहीं चोरों ने घर में रखा काफी सामान घर के बाहर फेंक दिया।
विंध्यवासिनी कालोनी में सी 34 में रहने वाले योगेश पिता दिलीपसिंह सिसौदिया 42 विगत 30 सितम्बर को अपने कुछ दोस्तों के साथ राजस्थान में खाटूश्याम के दर्शन करने गए थे। उनकी पत्नी अपने मायके गई हुई थी और उनका पुत्र भानुप्रताप अपने दादा दादी के दीनदयाल नगर स्थित घर पर गया हुआ था। 02 अक्टूबर को भानुप्रताप दोपहर करीब एक बजे विंध्यवासिनी वाले मकान में पूजा करने के बाद घर में ताला लगाकर अपने दादा दादी के पास चला गया था।
योगेश सिसौदिया मंगलवार को सुबह रतलाम लौटे,तो सुबह करीब साढे सात बजे उनके पडोसी का फोन आया कि उनके घर का सारा सामान घर के बाहर बिखरा पडा है। फोन पर सूचना मिलते ही योगेश सिसौदिया विंध्यवासिनी कालोनी में अपने घर पंहुचे तो उन्होने देखा कि उनके घर का सामान बाहर बिखरा पडा है। दरवाजे का नकूचा टूटा हुआ है। जब उन्होने घर के भीतर जाकर देखा तो पता चला कि घर में रखे पचास हजार रु. नगद और सोने की चैन,अंगूठी,झुमकी व चांदी को मोटी पायल और अंगूठी इस प्रकार करीब दो लाख रु. मूल्य के जेवरात नदारद थे। इसके साथ ही ओरिएन्टल बैैंक आफ कामर्स द्वारा जारी की गई उनकी चैक बुक भी गायब थी। इस चैक बुक में दो चैकों पर उन्होने हस्ताक्षर भी किए हुए थे।
श्री सिसौदिया तुंरत दीनदयाल नगर पुलिस थाने पर पंहुचे और उन्होने पुलिस को सारी घटना बताई। दीनदयाल नगर पुलिस ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर चोरों की तलाश प्रारंभ कर दी है।