खेतान परिसर में दिखा वन्यजीव तेंदुआ नहीं लकडबग्घा था,वनविभाग ने पगमार्क के आधार पर कहा
रतलाम,18 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। औद्योगिक क्षेत्र में स्थित खेतान फैक्ट्री के परिसर में दिखाई दिया वन्य प्राणी तेंदुआ नहीं था,बल्कि लकडबग्घा था। इस प्राणी के साथ दो बच्चों के होने के प्रमाण भी मिले है। वन विभाग के अधिकारियों ने वन्यप्राणी के पगमार्क के आधार पर यह दावा किया है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार शाम को खेतान फैक्ट्री के परिसर में वहां कार्यरत कर्मचारियों ने जब इस वन्य प्राणी को देखा तो उन्हे लगा कि रेलवे कालोनी से निकलकर औद्योगिक क्षेत्र की तरफ पंहुचा तेंदुआ ही परिसर में आ गया है। वहां के कर्मचारियों ने काफी दूरी से इस वन्य प्राणी के विडीयो भी बनाए थे। इस विडीयो में वन्य प्राणी के साथ दो बच्चे भी दिखाई दे रहे थे।
इ खबरटुडे पर यह समाचार प्रसारित होने के बाद वन विभाग का अमला हरकत में आया और वनकर्मियों की एक टीम बुधवार शाम करीब 4 बजे को खेतान परिसर में पंहुची। खेतान परिसर के प्रभारी राजेश पाण्डेय ने इ खबरटुडे को बताया कि खेतान के कुछ कर्मचारियों ने मंगलवार शाम को परिसर में वन्यप्राणी को देखा था।
यह समाचार प्रसारित होने के बाद वनकर्मी आज अपरान्ह करीब 4 बजे परिसर मेंं पंहुचे थे। वनकर्मियों ने परिसर का निरीक्षण किया,तो उन्हे वन्यप्राणी के पगमार्क दिखाई दिए। पगमार्क के फोटो लेकर विशेषज्ञ वरिष्ठ अधिकारियों को भेजे गए।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि ये पगमार्क तेंदुए के नहीं होकर हायना (लकडबग्घा)के है,जिसे बोलचाल की भाषा में जरक कहा जाता है। दो बच्चों के पगमार्क भी वनकर्मियों को मिले,ये भी हायना के ही थे।