उज्जैन एसपी की प्रेस वार्ता : बालिका के साथ दुष्कर्म करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार, महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा ने बच्ची को गोद लेकर पढाने लिखाने और आर्थिक मदद की जिम्मेदारी ली
उज्जैन,28सितम्बर(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। सोमवार को जिस बच्ची के साथ बलात्कार का घटनाक्रम सामने आया है वह बच्ची सतना के चैतपुरा निवासी है। बच्ची 24सितंबर को वहां से गुमशुदा हुई थी। 25 सितंबर को वह बलात्कार की स्थिति में उज्जैन में मिली थी। पुलिस ने बलात्कारी आटो चालक भरत सोनी 32 वर्ष निवासी महाकाल वाणिज्य झुग्गी झोंपडी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के रिक्रिएशन के लिए आरोपी को ले जाने पर उसने पुलिस पर हमला किया था जिसमें वह घायल हो गया उसके साथ दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। उसके साथ ही पुलिस ने शांति नगर निवासी आटो चालक राकेश मालवीय को अपराध की जानकारी छुपाने के मामले में आरोपी बनाया है।
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने गुरूवार शाम को पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि बच्ची 25 सितंबर को बस से उजजैन पहुंची थी। इसी दिन सुबह करीब 10-15 बजे एफ. आर. वी महाकाल को एक बच्ची के बदहवाश अवस्था में चोटिल होने की सूचना प्राप्त हुई थी। मौके पर बालिका की स्थिति बड़ी बदहवाश थी एवं अपनी पहचान व अपने साथ हुई घटना के बारे में कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं थी जो कि एक बड़ी चुनौती बन गई थी। तत्काल महिला अधिकारियों के साथ में बालिका को मेडिकल उपचार के लिये अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों की टीम द्वारा मेडिकल परिक्षण किया गया व उपचार शुरू किया गया ।
गहन परीक्षण के उपपरांत डॉक्टर टीम द्वारा बालिका के साथ सेक्सुअल असॉल्ट की संभावना व्यक्त की गई। इस पर देहाती नालसी अपराध धारा 376, 376(3) भादवि, 3/4/2 पॉक्सो एक्ट तहत थाना महाकाल पर अपराध पंजीबद्ध किया गया। सम्पूर्ण घटना उज्जैन पुलिस के लिये एक चुनौती थी, जहां एक ओर बालिका का नाम, पता ज्ञात नहीं हो रहा था, उसके साथ कहा पर कैसे घटना हुई, किसके द्वारा की गई ये सब प्रश्न थे। दूसरी ओर बालिका का स्वास्थ्य भी चुनौती था। इसे लेकर 28 सदस्यीय एस आई टी का गठन किया गया था। तकनीकी साक्ष्य में फूटेज के आधार पर बच्ची के साथ जहां –जहां जो जो बात करते दिखाई दिया सभी से पूछताछ कर कथन लिए गए। जांच के दौरान आटो चालक राकेश की आटो में खून के निशान मिले थे जिससे पूछताछ करने पर उसने बच्ची को पहचाना था लेकिन उसके घटना में शामिल होने के साक्ष्य सामने नहीं आ पाए थे। इसी दौरान गुरूवार को मुखबीर सूचना पर की उक्त बालिका को घटना दिनांक को ऑटो चालक भरत जिसके ऑटो पर अर्जुन लिखा है अपने साथ ले गया था।
उक्त सूचना की तस्दीक करते हुए एसआईटी सदस्यों द्वारा संदेही को अभिरक्षा में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई जिसने घटना घटित करना स्वीकार किया। आरोपी को गिरफ्तार कर धारा 27 साक्ष्य अधिनियम के मेमो लेख कर आरोपी द्वारा बताये गये घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची जहां कार्यवाही के दौरान आरोपी पुलिस जवानों को धक्का देकर भागा मोके पर तुरंत अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर आरोपी को पकड़ने के प्रयास किये गये आरोपी द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया। इसमें सायबर सेल प्रभारी एस आई प्रतीक यादव एवं प्रधान आरक्षक सुनील पाटीदार को चोंट लगी है। आरोपी भरत के भागने के दौरान गडडे में गिरने से उसे चोंटे आई है, जिसका मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है।
इस घटना पर थाना नीलगंगा पर अपराध धारा 225-बी, 353 एवं 332 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। घटना में ऑटो क्रमांक एम.पी. 13 आर. 4587 के चालक राकेश मालवीय को पीडित घायल बालिका के संबंध में पुलिस को सूचना नहीं देने पर धारा 166-ए भादवि के तहत कार्यवाही की जा रही है।आरोपी की जानकारी देने वाले एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा 10,000/- रूपये के ईनाम की घोषणा की गई है। आरोपी भरत पिता राजु सोनी उम्र 24 वर्ष पर पूर्व में माधवनगर एवं नानाखेडा थाना में सामान्य धाराओं में एक-एक प्रकरण दर्ज पाया गया है।अभी पुलिस को जांच के दौरान कई सारे सवालों को सुलझाना शेष है। एसपी शर्मा ने गैंग रेप के सवाल पर कहा कि यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक ,तकनीकी,मेडिकल साक्ष्य में घटना का समय 3-6 बजे सामने आने पर इसे लक्ष्य किया गया था। इस दौरान जो लोग बच्ची से बात करते देखे गए ऐसे 6 लोगों से पूछताछ की गई ।
थाना प्रभारी ने गोद लिया
एसपी शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया की महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा ने बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताते हुए उसके पढने लिखने और आर्थिक जरूरतों की जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया है।बच्ची के परिजन सतना से पुलिस अधिकारियों के साथ इंदौर पहुंच गए हैं।उज्जैन पुलिस उनके संपर्क में हैं।