पुरातन काल का महाकाल वन केबिनेट के निर्णय से महाकाल लोक के नाम से जाना जाएगा – मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रीमंडल ने उज्जैन में बैठकर लिए प्रदेश के लिए कई निर्णय
उज्जैन,27सितंबर(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। पुरातन काल का महाकाल वन जिसका जिक्र स्कंध पुराण में है वहां नवनिर्मित किए गए कोरिडोर के प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं उनके मंत्रीमंडल के निर्णय के बाद अब इसे महाकाल लोक के नाम से जाना जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में केबिनेट बैठक उज्जैन में हुई।
उज्जैन के प्रशासनिक संकुल भवन में आजादी के बाद यह केबिनेट की पहली बैठक थी।बैठक में तय किया गया कि नवनिर्मित 900 मीटर कोरिडोर को महाकाल लोक के नाम से जाना जाएगा। 60मिनिट चली बैठक में उज्जैन के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने केबिेनेट बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए कहा कि बैठक बाबा महाकाल की कृपा एवं आशीर्वाद से उज्जैन में बैठक संपन्न हुई।प्रारंभ् से ही बैठक पर बाबा महाकाल की कृपा रही है। मिश्रा ने बताया कि उज्जैन की दताना हवाई पट्टी वर्तमान में 1070मीटर की है। 30हेक्टेयर क्षेत्र पर है। इसके लिए 41 हेक्टेयर जमीन अधिगृहित की जाएगी। इसके लिए 80करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। यहां एरोड्रम बनाया जाएगा।उज्जैन का पुलिस बैंड़ में वर्तमान में 10-11 ही कर्मचारी हैं। इसे पूर्ण बैंड़ बनाने के लिए नए 36 पद स्वीकृत किए गए हैं।कुल 47 पद बैंड में रहेंगे।शिप्रा नदी अविरल कल-कल प्रवाहमान हो इसके लिए बैठक में प्रोजेक्ट बनाने की सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई है। इसके लिए उपर की और बांध बनाने और घाटों के विस्तार के साथ ही बडे तालाबों से इसे जोडने का काम किया जाएगा।जिससे की सीवर बहता रहे। श्री मिश्रा ने बताया कि बैठक के प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के राजा महाकाल हैं। हम सेवके के रूप में हैं।
उन्होंने बताया कि 2017 में शिवराजसिंह चौहान जी के मुख्यमंत्रीत्व काल में महाकाल लोक का प्रस्ताव पास हुआ था। इसके टेंडर 2018 में लगे थे। इसके बाद कांग्रेस सरकार के जमाने में यह ठंडे बस्ते में चला गया,मात्र जबानी जमा खर्च हुआ। 2020 में फिर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार आई और हमने 856 करोड का प्रस्ताव पास किया। महाकाल लोक के पहला चरण 351 करोड़ का है। दुसरा चरण 310 करोड़ का। उन्होंने बताया कि हाल ही में सफाई के लिए देश के वेस्ट झोन के प्रदेश में मध्यप्रदेश नंबर वन पर आया है। मोटे अनाज में हम प्रथम हैं। पर्यटन के 8 पुरस्कार हमें मिले हैं।नगरीय प्रबंध में इंदौर नंबर 1 पर है। इंदौर स्वच्छता में छक्का मारने की और अग्रसर है।
बैठक में मुख्यमंत्री उघम क्रांति योजना में संशोधन का प्रस्ताव पास किया गया है। इसमें 18-40 की उम्र की बजाय 18-45,12वीं शिक्षित की बजाय 8वीं को मान्य किया गया है। इसके पीछे मंशा अधिक से अधिक युवा इससे जूडें ,प्रदेश में अधिक उघोग धंधे लगें। बैठक में मुख्यमंत्री जल जीवन मिशन के तहत 22 जिलों के 23 समूह के 9 हजार 157 गांव की नल जल योजना के लिए 17 हजार 971 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृति दी गई है। इसमें गांव से जूडे बडे जलाशयों का फिल्टर पानी गांव में नल से देने की योजना है। इसमें 50 प्रतिशत राशि राज्य एवं 50 प्रतिशत केंद्र की रहेगी। यह योजना 2024 तक पूरी करना है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि एनआईए ने पीएफआई के एक सदस्य को उज्जैन एवं तीन को इंदौर से पकड़ा था। पकडे गए आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद एटीएस ने सोमवार रात को कार्रवाई करते हुए प्रदेश के 8 जिलों से 21लोगों को हिरासत में लिया है। दताना हवाई पट्टी के उन्नयन में पूर्व में उज्जैन में पदस्थ रहे 8 कलेक्टर पर लोकायुक्त का प्रकरण दर्ज हुआ है। वर्तमान उन्नयन में अबकी बार कितने कलेक्टर इसकी जद में आएंगे के सवाल पर उनका कहना था कि अभी यह एक खयाल मात्र है धरातल आगे आएगा।