तेलंगाना दिवस पर राज्यपाल बोले मध्यप्रदेश में सभी राज्यों का स्थापना दिवस मनाया जायेगा
उज्जैन,02 जून(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)।मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव शुक्रवार को विक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में आयोजित तेलंगाना राज्य के 9वे स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
राज्यपाल श्री पटेल ने इस अवसर पर कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को ध्यान में रखते हुए पूरे विश्व में सांस्कृतिक धरोहर की सम्पन्नता के लिये प्रसिद्ध हमारे देश के सबसे युवा प्रदेश तेलंगाना के स्थापना दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश की जनता की ओर से वे सभी तेलंगाना निवासियों को बधाई देते हैं।
कार्यक्रम के आयोजन के पीछे हमारा प्रयास है कि मध्य प्रदेश और तेलंगाना के निवासियों के बीच संवाद स्थापित और संस्कृतियों का आदान-प्रदान हो। मध्य प्रदेश में सभी राज्यों का स्थापना दिवस मनाने की शुरूआत की गई है। एक मई को राजभवन में महाराष्ट्र एवं गुजरात का स्थापना दिवस मनाया गया।
राज्यपाल ने कहा कि भारत के हर राज्य की सांस्कृतिक वेशभूषा और भाषा अलग-अलग होने के बावजूद यह विविधता हमें जोड़कर रखती है। उन्होंने कहा कि हमारा देश ‘विश्वगुरू’ बनने के पथ पर अग्रसर है। अनेकता में एकता की हमारी पहचान है।
लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल ने छोटी रियासतों का विलय कर स्वतंत्रता के समय राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। राज्यों के एकीकरण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अलग-अलग प्रान्तों की मानसिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक विचारों का संगम ही राष्ट्रीय एकता को दर्शाता है। राज्यों के विकास से ही देश का विकास हो सकता है। अब भविष्य के लिये नये संकल्प लेने का समय आ गया है।
आत्मनिर्भर बनते हुए हम देश को आगे ले जायेंगे। कार्यक्रम में राजभवन सचिवालय के प्रमुख सचिव डीपी आहूजा, सचिव एमएसएमई पी.नरहरि, तेलंगाना की प्रो.नीलिमा सत्यम देवरकोंडा, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुल सचिव डॉ.प्रशांत पुराणिक एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
राज्यपाल के उद्बोधन के पश्चात कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर कलाकार श्रीमती चन्दनाश्री सिद्धार्थ तेलंग ने तेलुगु में भगवान गणेश की वन्दना की। कामाक्षी और चन्दनाश्री ने तेलंगाना का लोकनृत्य ‘वतुकंमा’ प्रस्तुत किया। इसके पश्चात तेलंगाना राज्य की स्थापना पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ के पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ।
उद्यमिता में मेहनत से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है-राज्यपाल
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि महिलाओं ने उद्यमिता के क्षेत्र में जो मेहनत की है, इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। हमारी मातृ शक्ति की पहचान संकल्प और शक्ति है। वह लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की महिलाओं के विकास के विजन को लेकर आगे बढ़ रहा है। इस बार का केंद्रीय बजट भी इसी बात को रेखांकित करता है।
महिलाओं को जी-20 के माध्यम से वैश्विक मंच मिल रहा है। आज विकास के मामले में पांच उद्यमियों में से एक उद्यमी महिला उभरकर सामने आ रही है। महिलाओं के आर्थिक विकास के मामले में स्व-सहायता समूह ने उल्लेखनीय कार्य किया है। कई वंचित वर्ग की महिलाओं ने अपने आप को साबित करते हुए न केवल परिवार बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया है। स्व-सहायता ग्रुप में जो बेटियां व बहने आगे बढ़ रही हैं वह पारिवारिक जिम्मेदारी का निर्वहन भी कर रही है। केंद्र शासन द्वारा मुद्रा एवं स्टार्टअप योजनाओं से महिलाओं के विकास के नए आयाम खोल दिए हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमिता के लिए यह जागरूकता कार्यक्रम सीखने की प्रक्रिया को और तेज करेगा।
इसके पूर्व राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग के राज्यमंत्री डॉ.मुंजपरा महेन्द्रभाई, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष सुश्री रेखा शर्मा व अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर विक्रम कीर्ति मन्दिर में भारतीय उद्यमिता संस्थान एवं राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर की शुरुआत की गई।
कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय बाल महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्री मुंजपरा महेंद्रभाई ने कहा की केंद्र सरकार महिलाओं के विकास का एजेंडा लेकर चल रही है। उनके सशक्तिकरण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है ऐसा इकोसिस्टम विकसित करने की जिससे महिला उद्यमियों की कैपेसिटी बिल्डिंग की जा सके। केंद्र शासन की मुद्रा योजना, स्टार्टअप योजना व प्रधानमंत्री जनधन खातों ने महिलाओं को सशक्त करने में उल्लेखनीय कार्य किया है।