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Success Story: छोटे से दुकानदार की बेटी बनी पायलट बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए पिता ने बेच दी जमीन

Success Story: The daughter of a small shopkeeper became a pilot; the father sold his land to fulfill his daughter’s dreams.

बिहार के सारण में रहने वाली एक बेटी ने एक कहावत को पूरा कर डाला कहते हैं ना कि डूबते को तिनके का सहारा ही बहुत है इसी तरह बेटी ने पिता की मदद से ऐसा कर दिखाया बल्कि आज उस बेटी ने बिहार का ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन किया है

आज इस बेटी की सफलता की कहानी आपके अंदर भी हौसला भर देगी

Success Story:

आज भी हमारे गांव और हमारा समाज ऐसा है जहां आज भी लड़कियों को ज्यादा आगे बढ़ने नहीं दिया जाता है लेकिन एक कहावत है कि हमारी छोरी छोरो से कम ना है.

हमारे देश में आज भी कई ग्रामीण इलाके ऐसे हैं जहां बेटियों को प्रारम्भिक शिक्षा भी नहीं दी जाती है. लेकिन ऐसे जगहों से भी मेहनत कर कुछ बेटियां ऐसी होती हैं जो अपने हौसले जुनून और मेहनत के दम पर बड़े से बड़ा मकाम हासिल कर लेती हैं.

उन्हें बस जरूरत होती है तो परिवार के साथ और विश्वास की आज हम आपको ऐसी ही एक कहानी बताएंगे जो बिहार के सारण जिले कि रहने वाली होनहार बेटी ताईबा अफरोज के बारे में जो एक छोटे से गांव से निकलकर पायलट बन तक का सफर तय किया इनकी सफलता कि कहानी इसलिए भी खास है.

क्योंकि इनके पायलट बनने के पीछे इनके पिता का भी काफी ज्यादा योगदान रहा है ताईबा के पिता की एक छोटी सी करियाना कि दुकान है जिससे वो अपने पूरे परिवार का भरण पोषण करते हैं लेकिन अपनी बेटी के अरमान के लिए और उसे पढाने के लिए उन्होंने अपनी पुस्तैनी जमीन बेच डाली और पैसे एकत्रित किए

ताईबा को बचपन से ही था उड़ान भरने का शौक

ताईबा सारण बिहार के एक छोटे से गांव जलालपुर की रहने वाली हैं उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल से प्राप्त की थी ताईबा ने अपने पिता से जिद करते हुए कहा कि वह पायलट बनना चाहती हैं.

लेकिन ये सपना एक साधारण परिवार के लिए पूरा करना काफी मुश्किल होता है लेकिन ताईबा पढ़ाई में हमेशा से ही होशियार थी इसलिए ना केवल उनके परिवार वालों ने बल्कि रिश्तेदारों और दोस्तों ने भी हर संभव तरीके से उनकी मदद की ओर ताईबा सारण एक पहली महिला कमर्शियल पायलट हैं वर्तमान में उनके पास डीडीसीए लाइसेंस भी है

ताईबा का लड़कियों के लिए जरूरी संदेश एविएशन के क्षेत्र में आने के लिए हौसला रखने की जरूरत है

ताईबा ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि एविएशन के फील्ड में आने के लिए ज्यादातर लड़कियों को हौसला रखने की ज़रूरत है उनके अनुसार लड़कियां अगर ठान ले तो मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों से लड़ते हुए अपने लक्ष्य को हासिल कर सकती हैं ताईबा की कहानी सभी लड़कियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन चुकी है और उनके पिता का जुनून और जज्बा सभी अभिभावकों के लिए एक बहुत बड़ी सीख है

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