Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में संगम घाट पर मची भगदड़, कुछ श्रद्धालुओं के हताहत होने की खबर
प्रयागराज,29 जनवरी (इ खबर टुडे)। महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अवसर पर मंगलवार-बुधवार की बीच रात करीब डेढ़ बजे लाखों श्रद्धालु संगम स्नान के लिए उमड़ आए। इससे वहां हालात अचानक बिगड़े और भगदड़ मच गई। इस घटना में कई लोगों के घायल होने की सूचना है। इन्हें इलाज के लिए कुंभ मेला में बनाए गए अस्पताल में ले जाया गया। यहां से गंभीर घायलों को प्रयागराज के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया है।
महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के पावन मौके पर स्नान करने के लिए लाखों लोग कुंभ मेला में तटों पर मौजूद थे। सबसे ज्यादा भीड़ संगम तट पर मौजूद थी। कहा जा रहा है कि भीड़ जब राह से गुजर रही थी तो अचानक बैरिकेड टूट गई, जिसकी वजह से भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे पर चढ़ गए। इससे ना जाने कितने लोग घायल हो गए। कई तो गंभीर रूप से भी घायल हो गए। प्रशासन की ओर से तुरंत मौके पर एंबुलेंस भेजी गई और घायलों को मेला परिसर में बनाए गए अस्पताल में ले जाया गया। इसके लिए स्पेशली ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जिसके जरिये एंबुलेंस वहां से दौड़ते हुए अस्पताल तक पहुंचीं। यहां लोगों का इलाज किया गया. हालांकि जो गंभीर से घायल हुए हैं, उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया है।
लेकिन इस भगदड़ के बाद एक बड़ी समस्या उन लोगों के लिए बन गई है तो अपनों से बिछड़ गए हैं। भीड़ की वजह से लोगों की बड़ी संख्या ऐसी है, जो अपने लोगों से बिछड़ गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या बुजुर्गों की है। ग्राउंड रियलिटी ये है कि खोने वालों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। ये कुंभ क्षेत्र में बड़ा इश्यू है।
पुलिसकर्मी की सूझबूझ से एक बड़ी दुर्घटना टल गई, वरना काली मार्ग और बांध रोड के जंक्शन पर भगदड़ में और ज्यादा श्रद्धालुओं की जान जा सकती थी। यह मार्ग खुलने की वजह से जो भीड़ काली मार्ग से वापसी कर रही थी वह बैरीकेडिंग हटने से डायवर्ट हुई और काली मार्ग पर कुछ दबाव कम हुआ, ऐसा नहीं होता तो बांध रोड और काली मार्ग के जंक्शन पर संगम की तरह भीषण हादसा हो सकता था।