October 15, 2024

रतलाम : नेगेटिव रिपोर्ट आने बाद भी तीन दिन के भीतर पति-पत्नी की मौत ,परिवार में छाया मातम

रतलाम,23 अप्रैल (इ खबरटुडे)। कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप पहले से कई गुना अधिक बढ़ रहा है। जहां इस वायरस की चपेट में आने वाले कई मरीज अपनी जान गवा चुके है। वही कई मरीज ऐसे भी है जिनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव होने के बावजूद भी मृत्यु हो रही है। ऐसा ही एक मामला रतलाम में सामने आया है ,जहा पति पत्नी की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी तीन दिन के दरमियान दोनों की मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार जिले की बड़ी सरवन निवासी गोरधन रेगा का पुत्र बबलू पिता 35 वर्षीय और बहु टीना रेगा 30 वर्षीय काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। इस बीच दोनों बेटा-बहु खाचरौद के एक निजी अस्पताल में भर्ती भी रहे। लेकिन उनके स्वास्थ में कोई विशेष सुधार नहीं होने पर वापस बड़ी सरवन में रह रहे अपने परिजनों के पास आ गये।

इस दौरान दोनों पति-पत्नी की तबियत लगातार बिगड़ती रही। जिसके बाद परिजन उन्हें रतलाम जिला अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहा उनका इलाज़ जारी रहते हुए कोरोना टेस्ट करवाया गया। अस्पताल के कर्मचारियों पर परिजनों के अनुसार दोनों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई थी। लेकिन दोनों पति -पत्नी का स्वास्थ बिगड़ते जा रहा था। डॉक्टरों के अनुसार दोनों सिविल अस्पताल के ​आइसोलेशन वार्ड में ईलाज चल रहा था।

इस दौरान 20 अप्रैल दोपहर करीब 1 बजे बबलू रेगा की स्थिति बिगड़ गई और कुछ ही देर में उसकी मृत्यु हो गई। मृतक की पत्नी की स्थिति भी चिंताजनक थी। जिसे अपने पति की मृत्यु की जानकारी भी नहीं थी। मृतक की पत्नी की हालत देखते हुए परिजनों ने बिना बताए ही मृतक बबलू रेगा का अंतिम संस्कार त्रिवेदी मुक्तिधाम पर कर दिया। वही मृतक के परिजनों के आंसू थमे भी नहीं थे की तीन दिन बाद शुक्रवार दोपहर में बहु टीना रेगा की भी मृत्यु हो गई। जिसका अंतिमसंस्कार दोपहर में कर दिया गया। मृतक बबलू घर पर अपनी दूकान पर मोबाईल रिपेरिंग का काम करता था। परिजनों के अनुसार मृतकों के दो बच्चे है एक लड़का 12 वर्ष और बेटी 10 वर्षीय। परिवार के बेटे -बहु की मृत्यु से पुरे परिवार में मातम को माहोल है।

नेगेटिव रिपोर्ट के बावजूद कई लोगो में पॉजिटिव मरीज जैसे लक्षण
समाजसेवी गोविंद काकानी ने बताया कि वर्तमान में इस कोरोना की दूसरी लहर में काफी मामले ऐसे समाने आये है। जिनमे में मरीज के लिए गये सैम्पल नेगेटिव प्राप्त हो रहे है। लेकिन कुछ नेगेटिव मरीजों में पॉजिटिव मरीज जैसे लक्षण पाये गए है। जैसे सांस लेने में समस्या ,बार-बार बुखार आना ,हाथ पैरो में दर्द आदि। गोविंद काकानी ने बताया कि अधिकांश मरीजों की मृत्यु का कारण कई न कई बीमारी को लेकर उत्पन्न होने वाला डर है।

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