कोरोना काल की खरीदी में घोटाला, सोनकच्छ के पूर्व सीएमओ सहित 4 पर लोकायुक्त प्रकरण
उज्जैन,01अगस्त(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। संभागीय लोकायुक्त पुलिस ने देवास जिला के सोनकच्छ नगर परिषद के पूर्व सीएमओ एन. एस. चौहान, स्टोर प्रभारी मानसिंह मनोरिया, निजी फर्म संचालक नितिन गांगुर्दे और रवि राजौरिया के खिलाफ पद के दुरूपयोग एवं अनियमित एवं फर्जी भूगतान का मामला दर्ज किया है। चारों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7,13(1) अ,13(2) और आईपीसी की धारा 201, 409,420,120 ब के अधीन प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
लोकायुक्त डीएसपी सुनील तलान ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा को शिकायत प्राप्त हुई थी कि कोरोना काल में नगर परिषद सोनकच्छ देवास में माह मई 2020 से जुलाई 2020 के मध्य प्रधानमंत्री आवास योजना मद से रुपए 1,27,27,046( एक करोड़ सत्ताइस लाख सत्ताइस हजार छियालिस रुपए) का अनियमित भुगतान मद में परिवर्तन कर किया गया है। शिकायत की जांच डी. एस. पी. सुनील तालान को सौंपी गई ।
जांच में पुष्टि हुई कि तत्कालीन सी .एम. ओ. के .एन .एस. चौहान ने कोविड की सामग्री क्रय करने के नाम पर पी .एम. ए. वाय. योजना के मद से अन्य मद में राशि का दुरुपयोग कर अनियमित भुगतान किया। ज्यादातर सामग्री नितिन गांगुर्दे की फर्मों जैसे नितिन ट्रेडिंग, मां तुलजा इंटरप्राइजेज आदि से खरीदना बताया।
स्टोर प्रभारी मानसिंह मनोरिया ने भी सीएमओ द्वारा बताए अनुसार बिना सामग्री प्राप्त किए स्टॉक में आमद दर्शा दी। इंदौर की फर्म रवि इंटरप्राइजेस से भी नियम विरुद्ध खरीदी की। नितिन गांगुर्दे को 55 लाख से अधिक और रवि राजौरिया को 5 लाख लगभग का अनियमित और फर्जी भुगतान किया। फर्मों ने लाखों के बिल पर जीएसटी भी जमा नहीं किया। सी एम ओ ने तत्कालीन प्रशासक एस.डी.एम. से नोट शीट पर बिना अनुमति प्राप्त किए स्वयं एकल हस्ताक्षर से इस तरह का भुगतान किया। पी.एम .ए .वाय .योजना की राशि एन. ई. एफ. टी. के माध्यम से सप्लायर फर्मों के खातों में अंतरित की गई। कुछ अन्य भुगतान भी इस योजना मद से नियम विरुद्ध किए गए। पी .एम. ए. वाय. योजना की कैशबुक में इन भुगतानों का इंद्राज भी नहीं किया गया। भंडार क्रय नियमों का घोर उल्लंघन कर गबन किया गया। जांच प्रमाणित पाए जाने पर चारों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 172/23 दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।