November 15, 2024

उज्जैन दक्षिण में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में आए क्रांतिकारी संत अवधेशपुरी बुरी तरह से फंसे; प्रेस ने पूछा महाराज कितने का पैकेज मिला ?

उज्जैन, 29 अक्टूबर(इ खबर टुडे)। कल तक बैलगाडी पर निर्दलीय चुनाव प्रचार करने निकल पडने, संत के पास खोने के लिए कुछ नही, और उज्जैन दक्षिण के भाजपा प्रत्याशी को भूमाफिया कहने वाले क्रांतिकारी संत अवधेशपुरी ने यु टर्न ले लिया है। उन्होंने रविवार को भाजपा प्रत्याशी के साथ बैठकर पत्रकार वार्ता ली और अपने मैदान से हटने को लेकर तमाम तरह की बातें समझाने की नाकामयाब कोशिश भी की। इस दौरान महाराज से प्रेस ने पूछा की आपको कितने का पैकेज मिला है।

उज्जैन दक्षिण चुनावी समर में दो दिन पहले पत्रकार वार्ता के माध्यम से अपनी निर्दलीय दावेदारी रखने वाले अवधेश पुरी महाराज ने आज दक्षिण प्रत्याशी के साथ पत्रकार वार्ता कर चुनाव न लड़ने की घोषणा की है। दो दिन पहले महाराज अवधेश पुरी ने पत्रकार वार्ता में भाजपा की रीति नीति को ठीक बताया था और मोदी और योगी पर पूरा भरोसा जताया था। इसके साथ ही उन्होंने उज्जैन दक्षिण के भाजपा प्रत्याशी को भूमि माफिया कहते हुए सिंहस्थ भूमि का घोटाला करने वाला विधायक भी कहा था। रविवार को भाजपा के संभागीय मीडिया कार्यालय में भाजपा प्रत्याशी के साथ अवधेश पुरी महाराज पत्रकारों से रूबरू होने पहुंचे और कहा कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे। जैसे ही महाराज ने उक्त बात कही पत्रकारों ने सवालों की झड़ी लगाते हुए 2 दिन पहले पत्रकार वार्ता में आरोप लगाए जाने की बात दोहराई ऐसे में अवधेश पुरी महाराज बगले झांकने लगे। उनके पास किसी भी सवाल का जवाब नहीं होने से पत्रकार वार्ता का समापन भाजपा प्रत्याशी ने यह कहते हुए कर दिया कि यह पत्रकार वार्ता मैंने बुलाई थी। यहां बता दें कि क्रांतिकारी संत अवधेशपुरी ने पूर्व में विक्रम विश्वविघालय के उपाधिग्रहण समारोह का बहिष्कार यह कह कर किया था कि वे अंग्रेजीयत का चोंगा पहनकर उपाधि ग्रहण नहीं करेंगे। इसके बाद इसे कुलाधिपति ने मान्य कर भारतीय परिधान के तहत भी उपाधिग्रहण का कार्यक्रम होने लगा। यही नहीं संत ने रेलवे में केसरिया वस्त्रों में वेटरों के भोजन की झूठी प्लेटें उठाने पर आपत्ति ली थी तब भी रेलवे की और से माफी मांगते हुए उनकी बात को मान्य किया गया था।

रविवार को भाजपा प्रत्याशी के नाम से चुनाव संबंधी एक महत्वपूर्ण विषय को लेकर उजजैन दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी डा. मोहन यादव की पत्रकार वार्ता का संदेश प्रेस को दिया गया था। इसके लिए संभागीय मिडिया सेंटर प्राईम प्लाजा में पत्रकारों को दोपहर 12 बजे आमंत्रित किया गया था। प्रेस वार्ता में चुनाव संबंधी महत्वपूर्ण विषय जब सामने आया तो पत्रकारों भौचक रह गए। कल तक स्वस्तिक पीठ के पीठाधीश्वर अवधेशपुरी महाराज चुनाव में भाजपा की और से महत्व न मिलने को लेकर आक्रोशित होकर भाजपा राज में शिप्रा की दुर्दशा के साथ भाजपा प्रत्याशी को भूमाफिया बता रहे थे वे पत्रकार वार्ता में प्रत्याशी के साथ बैठकर यशोगान कर रहे थे। इसे लेकर मिडिया ने उन्हें दो दिन पूर्व के उनके वक्तव्य को याद दिलाया तो महाराज के बोल मूंह में ही अटक गए। मिडिया ने यहां तक कहा कि अब आप पर मिडिया कभी भरोसा नहीं करेगा।आपने जिस तरह का रूप दिखाया है वह संतों पर विश्वास को खोने वाला ही है। पत्रकारों ने यहां तक कहा कि महाराज आपको कितने का पैकेज मिला है। मिडिया ने महाराज के बहिष्कार की बात भी कही।हालत यह हो गई की मिडिया के सवालों से घबराकर भाजपा प्रत्याशी एवं महाराज को प्रेस कांफ्रेस को खत्म कर भागना पडा।

ये अंदर की बात है-

बताया जा रहा है कि उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से क्रांतिकारी संत अवधेश पुरी महाराज के निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा करने पर भाजपा संगठन में हलचल बढ़ गई थी। भाजपा की ओर से इस मामले को सुलझाने की जवाब देही पूर्व निगम सभापति प्रकाश चित्तौड़ा, समाजसेवी अजीत मंगलम, ओपी गुप्ता सहित पांच सदस्यों को दी गई। करीब 6:30 बजे पांचो सदस्य महाराज के धाम पर पहुंच गए जहां करीब डेढ़ घंटे अवधेश पुरी महाराज से उनके आश्रम में चर्चा कर उन्हें चुनाव न लड़ने के लिए राजी किया। काफी मशक्कत के बाद जब महाराज राजी हुए तो भाजपा प्रत्याशी को रात 8:30 के करीब महाराज के आश्रम में बुलवाकर भेंट वार्ता करवाई गई। करीब आधे घंटे भाजपा प्रत्याशी ने महाराज जी से चर्चा कर उन्हें विश्वास में लिया।

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