November 22, 2024

parmar antiquity/उज्जैन के बड़नगर में 12वीं शताब्दी परमार कालीन मंदिर के मिले अवशेष,जलहरि से लेकर नंदी मिले

ज्जैन,13फरवरी (इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। महाकाल की नगरी उज्जैन की बड़नगर तहसील के कलमोड़ा गांव में 12वीं शताब्दी परमार कालीन मंदिर के अवशेष मिले हैं। यह मंदिर शिवजी का है जिसमें स्थापित जलहरि, नंदी, कलश भूमिज शैली का बना मंदिर आदि के अवशेष खुदाई में मिले हैं। पुरातत्व विभाग की देखरेख में खुदाई का कार्य जारी है।

उज्जैन जिला मुख्यालय से लगभग 53 किलोमीटर दूर बड़नगर तहसील के कलमोड़ा गांव में मध्यप्रदेश पुरातत्व विभाग के अंतर्गत डा. विष्णु श्रीधर वाकणकर शोध संस्थान खुदाई कर रहा है। यहां लगभग 1000 साल पुराने शिव मंदिर के अवशेष मिले हैं।

परमार कालीन इन अ‌वशेषों को निकालने के लिए अभी भी खुदाई जारी है। अब तक यहां मंदिर के कई अवशेष मिल चुके हैं जिनके बारे में बताया जा रहा है कि ये सभी 1000 साल पुराने हैं।

खुदाई कार्य से जुडे शोधा संस्थान के डा.ध्रुवेंद्र जोधा के अनुसार यह हमारा दुसरा सत्र है जिसमें खुदाई के काम को पूरी तरह अंजाम दिया जा रहा है।दो वर्ष पूर्व सर्वे के दौरान इस मंदिर के अवशेष मिले थे।पिछले वर्ष थोड़ा बहुत काम किया गया था।

अभी पिछले 15 दिनों से सतत खुदाई के काम के दौरान12वीं शताब्दी परमार कालीन भूमिज शैली के मंदिर के अवशेष सामने आए हैं।डा.जोधा के अनुसारमंदिर 15 मीटर लंबा,5मीटर चौडा एवं जगती तक 9 फीट के लगभग उंचा रहा होगा।

मंदिर के मंडप का भी भाग सामने आ चुका है।इस शिव मंदिर में खंडित शिवलिंग,खंडित विष्णु प्रतिमा सहित अन्य खंडित प्रमितमांए अब तक सामने आई हैं।मंदिर के गर्भगृह का पूरा भाग सामने आया है।गर्भगृह धरातल से नीचे की और है जिसमें जाने के लिए सिड़ियां हैं।मंदिर पूर्व मुखी है और जलहरि उत्तर दिशा की और है।

यह मंदिर कलमोड़ा गांव से करीब 700 मीटर दूर गांव की सीमा पर स्थित है।मिले अवशेषों में अब तक गर्भगृह तक का पता चल चुका है। मंदिर के कलश के अवशेष भी खुदाई में मिले हैं। नंदी और खंडित जलहरि भी मिली है।

अब तक की खुदाई में मंदिर का विशाल प्रांगण होने का दिखाई दे रहा है। वाकणकर शोध संस्थान के डॉ. ध्रुवेंद्र जोधा के मुताबिक खुदाई अभी जारी है। मंदिर 1000 साल पुराना होने के तथ्य सामने आए।

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