टुटा सब्र का बांध :नहीं मिला वेंटिलेटर, महिला की मौत पर स्टूल उठाकर चिकित्सक को मारने दौड़े परिजन
भोपाल ,15 अप्रैल (इ खबरटुडे)। समय पर वेेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिलने से जेपी अस्पताल में एक महिला की गुरुवार सुबह 10:40 बजे मौत हो गई। घटना के बाद परिजन ने आकस्मिक ड्यूटी में मौजूद डॉ. अनिल ऑलोक अग्रवाल को घेर लिया। एक महिला ने मरीजों के बैठने के लिए रखी स्टूल उठाकर डॉक्टरों को मारने की कोशिश की।
पुलिस की समझाइश के बाद परिजन कुछ शांत हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि समय पर ऑक्सीजन या वेंटिलेटर का सहारा मिल जाता तो महिला की मौत नहीं होती। महिला का ऑक्सीजन का स्तर 38 फीसद पर आ गया था, लेकिन आइसीयू में बिस्तर खाली नहीं थे। लिहाजा डॉक्टरों ने महिला को वेंटिलेटर सुविधा के लिए दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा था, लेकिन परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे।
जेपी अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. परवेज खान ने बताया कि बरखेड़ा पठानी की रहने वाली 80 साल की सुंदर बाई को सांस फूलने की तकलीफ के साथ बुधवार रात जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां रैपिड किट से जांच में उनकी कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। आरटी-पीसीआर सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। संदिग्ध वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। ऑक्सीजन लगाई गई। इसके बाद ऑक्सीजन का स्तर 40 फीसद से ऊपर नहीं पहुंचा।
गुरुवार सुबह 10:40 बजे महिला की मौत हो गई है। इस दौरान महिला के करीब 10 परिजज जेपी अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में पहुंचकर हंगामा करने लगे। कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए डॉक्टर और मरीज के बीच कांच का पार्टीशन बनाया गया है। हंगामे के दौरान परिजन डॉक्टर को बाहर बुला रहे थे, लेकिन डर के चलते डॉक्टर बाहर नहीं आए। इस दौरान एक महिला ने मरीजों के बैठने के लिए रखी लोहे की स्टूल कांच पर मारने की कोशिश, लेकिन दूसरे परिजन ने रोक लिया।