MP में डिजिटल तरीकों से होगा अब कचरे का उठान, ऐसा करने वाला होगा देश का पहला नगर निगम
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मध्य प्रदेश का दिल कहे जाने वाले शहर इंदौर में अब नगर निगम घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा करने वाले डीजल और सीएनजी से चलने वाले वाहनों को हटाकर एक बार में 100 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) शुरू करेगा। बता दे की की ऐसा करने वाला MP का नगर निगम पहले स्थान पर होगा। मध्य्प्रदेश दिनों दिन नई उचाईयों को छू रहा है। प्रदेश नई नई आधुनिक सुविधाओं से लेस हो रहा है।
प्रदूषण से मिलेगा छुटकारा
अधिक जानकारी के लिए बता दे की 100 इलेक्ट्रिक वाहन होंगे अतिरिक्त आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में, 600 से अधिक डोर-टू-डोर कचरा उठाने वाले वाहन 340 सीएनजी और बाकी डीजल पर चलते हैं।
100 डीजल वाहनों को ईवी से बदलने से हर साल लगभग 288 टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा। इससे ध्वनि प्रदूषण भी कम होता है। सफाई के साथ साथ पर्यावण भी साफ़ रहेगा।
मध्यप्रदेश नगर निगम कर रहा है मास्टर प्लान तैयार
अधिक जानकारी के लिए बता दे की निगम ने इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है। इसके तहत पहले चरण में शहर के मध्य क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहनों का संचालन किया जाएगा।
मौजूदा वाहनों के रख रखाव में परेशानी
दरअसल, 2015-16 में निगम द्वारा कचरा संग्रह वाहन खरीदे गए थे। रखरखाव की कमी के कारण वे काला धुआं छोड़ रहे हैं। कभी-कभी, सड़कों और आस-पड़ोस में आधा भरा कचरा नष्ट होने के बाद ही इकट्ठा किया जाता है।
ये वाहन कचरा संग्रह प्रणाली को खराब कर देते हैं। अधिकारियों के अनुसार, एक डीजल वाहन की खपत 600 रुपये से 700 रुपये प्रति दिन के बीच है। इससे इलेक्ट्रिक वाहन चलाने की लागत में आधी से भी कम रह जायगी ।
EV मशीन सिंगल चार्ज पर करेगी 120 किलोमीटर की दुरी तय
उम्मीद की जा रही है कि यह कार सिंगल चार्ज में 120 किलोमीटर का सफर तय करेगी। यह लगभग 23 यूनिट बिजली की खपत करेगा, अनुमानन जिसका खर्चा २३० रूपए आएगा।
एक बार चार्ज होने के बाद, कचरा वाहन लगभग दो दिनों तक चलने में सक्षम होगा। सबसे बड़ा फायदा यह है की पर्यावरण को बचाया जा सकेगा। आमजन को ध्वनि प्रदूषण के साथ साथ वायु प्रदूषण से भी छुटकारा मिलेगा। बता दे की पहले चरण में 100 इलेक्ट्रिक वाहन आएंगे।
जहां, महान शासक भारत सरकार का कहना है कि स्वस्थता के साथ-साथ हम भी बेहतर काम कर सकते हैं।