मध्यप्रदेश सरकार का फैसला : पांच साल में दो लाख 50 हजार पद भरे जाएंगे

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में एक डोर कैमरे वाली पहली बिल्डिंग का उद्घाटन किया। उन्होंने इस मौके पर घोषणा की कि मध्यप्रदेश सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल में दो लाख 50 हजार पदों पर पक्की भर्ती करेगी। इसके अलावा काफी पदोन्नति के मामले भी लटके हुए हैं, इनको भी पूरा किया जाएगा। वहीं कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां भी दूर करने का फैसला लिया गया है। सातवें वेतन आयोग का जो एरियर बचा हुआ है वह एक अप्रैल को कर्मचारियों के खातों में डालने का काम शुरू किया जाएगा।
जिस बिल्डिंग का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्घाटन किया यह पहली ऐसी बिल्डिंग है, जो एक डोर कैमरे से प्रभावित है। इस बिल्डिंग पर 116 करोड़ 26 लाख रुपये की राशि खर्च हुई है। यह बिल्डिंग टीटी नगर में है, जो एक पॉश क्षेत्र है। फरवरी महीने में भोपाल में जो ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हुई थी, उसका जिक्र करते हुए डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह समिट काफी कारगर साबित हुई। इस समिट के कारण प्रधानमंत्री ने भोपाल में अपनी रात गुजारी, जो प्रदेश के लिए एक सौगात से कम नहीं थी।
मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी
बजट के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय में बढ़ौतरी हुई है। अब प्रदेश में प्रति व्यक्ति एक लाख 52 हजार 680 रुपये हो गई है। आने वाले समय में भोपाल मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाएंगे ताकि लोगों को उच्च स्तर की सुविधाएं यहां पर मिल सकें। आने वाले 20 से 25 साल में भोपाल की तस्वीर ही बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि भोपाल देश की सबसे सुंदर और स्वच्छ राजधानी है। उन्होंने निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण यादव और स्मार्ट सिटी सीईओ अंजू अरुण कुमार को निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द इस बिल्डिंग का बचा हुआ काम पूरा किया जाए।
अनेक प्रकार की सुविधाओं से युक्त बिल्डिंग
जिस बिल्डिंग का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लोर्कापण किया है, उस बिल्डिंग की सुविधाएं भी उच्च स्तर की हैं। इसकी हर बिल्डिंग में डोर कैमरे, लिफ्ट और पार्क भी उपलब्ध है। इन आवासों का निर्माण तीन टावरों में किया गया है। हर टावर 13 मंजिल का है। इसके अलावा यहां पर सुरक्षा और शांति का विशेष ध्यान भी रखा गया है ताकि यहां रहने वाले लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं रहे। इस बिल्डिंग में 700 आवासों का निर्माण किया जा रहा है। हर बिल्डिंग में दो-दो लिफ्ट, अग्निसुरक्षा यंत्र व झुले भी लगाए जा चुके हैं। अब तक इस बिल्डिंग में 221 परिवार अपना सामान शिफ्ट कर चुके हैं। इनमें से 28 परिवारों ने नियमित रुप से यहां पर रहना शुरू कर दिया है।