JNU: हिंसा पर राजनीति जारी, कांग्रेस और विपक्षी दलों ने साधा सरकार पर निशाना
नई दिल्ली,06 जनवरी(इ खबर टुडे)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार रात अचानक हुई हिंसा और उसमें कई छात्रों के घायल होने के बाद फिलहाल तो कैंपस में शांति है और भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है लेकिन इस हिंसा ने देश में नई राजनीति शुरू कर दी है।
दिल्ली विधानसाभा चुनाव से पहले हुए इस घटनाक्रम के बाद अब विपक्ष को फिर से सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है।
वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार और भाजपा ने हिंसा की निंदा की है। JNU ने भड़की इस हिंसा की सभी दलों ने कड़े शब्दों में निंदा की है। साथ ही पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोप भी लगाए हैं।
भाजपा नेता और जेएनयू के छात्र रहे विदेश मंत्री एस जयशंकर और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने हिंसा की निंदा की है। सीतारमण ने इसे डरावना बताया और कहा कि मोदी सरकार सभी विश्वविद्यालयों को छात्रों के लिए सुरक्षित स्थल बनाना चाहती है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश पर शासन करने वाली फासीवादी ताकतें छात्रों से डर गई हैं। यह हिंसा उसी डर को दिखाती है। कांग्र्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसे छात्रों से मोदी सरकार का बदला करार दिया है। पी. चिदंबरम ने कहा कि यह सब लाइव टीवी पर आ रहा था, जिससे जाहिर होता है कि सरकार को इसका समर्थन था।